जयपुर। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने राज्य में पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान स्नातक पाठ्यक्रम में प्रवेश भारतीय पशु चिकित्सा परिषद, नई दिल्ली द्वारा आयोजित कामन प्री-वेटरनरी टेस्ट (सीपीवीटी) के माध्यम से करवाए जाने को मंजूरी प्रदान की है।
राज्य सरकार ने इस संबंध में नीतिगत निर्णय लिया है, जिसका पत्र राजस्थान पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय बीकानेर को प्राप्त हो गया है।
राज्य सरकार द्वारा लिये गये निर्णय के अनुसार इस वर्ष राज्य में पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान स्नातक पाठ्यक्रम में प्रवेश सीपीवीटी की मेरिट के अनुसार होंगे।
सीपीवीटी की वरीयता क्रम से ही राजस्थान पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के संघटक और सम्बद्ध महाविद्यालयों में प्रवेश दिया जाएगा।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. ए.के. गहलोत ने बताया कि इस वर्ष से राजस्थान प्री-वेटरनरी टेस्ट का आयोजन नहीं किया जाएगा।
अब सीपीवीटी के वरीयता क्रम से बीवीएससी एण्ड एएच के प्रथम वर्ष में स्वीकृत सभी सामान्य एवं पेमेन्ट सीटों पर राज्य के अभ्यर्थियों को प्रवेश दिया जाएगा।
भारतीय पशु चिकित्सा परिषद् द्वारा राजस्थान राज्य के मूल निवासियों की मेरिट सूची वेटरनरी विश्वविद्यालय को उपलब्ध करवाई जाएगी।