लखनऊ। केन्द्र की सत्ता से बाहर होने के बाद से कांग्रेस की मुश्किलें बढती जा रहीं हैं। गांधी परिवार की प्रतिष्ठित संसदीय सीट कहे जाने वाले अमेठी जिले को भी इसका खमियाजा उठाना पड रहा है।
हाल ही में एक ओर प्रोजेक्ट खारिज कर केंद्र सरकार ने कांग्रेस की मुश्किलों को और बढ़ाने का काम कर दिया है। इधर, नेशनल हेराल्ड मामले में आरोपी सोनिया-राहुल खीझे हैं कि केंद्र सरकार ने अमेठी में लगने वाले पेपर मिल के प्रस्ताव को भी खारिज कर दिया है।
ज्ञातव्य है कि राहुलल गांधी के संसदीय क्षेत्र अमेठी में लगने वाले फूड पार्क के प्रस्ताव को केंद्र सरकार ने पहले ही खारिज कर चुकी है। अब अमेठी के जगदीशपुर में प्रस्तावित पेपर मिल का प्रस्ताव भी खारिज कर दिया गया।
यह प्रोजेक्ट 3650 करोड़ रुपए का था। इस प्रोजेक्ट को अब महाराष्ट्र के रत्नागिरी में लगाए जाने की चर्चा जोरों पर है। जल्दी ही इस पर कैबिनेट की मुहर लग सकती है।
कांग्रेस ने लगाया आरोप
पेपर मिल प्रोजेक्ट को खारिज किए जाने को लेकर कांग्रेस के अमेठी जिलाध्यक्ष योगेंद्र मिश्रा ने केंद्र की बीजेपी सरकार पर बदला लेने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि बीते डेढ़ साल में पांच प्रोजेक्ट्स पर ग्रहण लगा है। कुछ शुरू होने की हालत में थे। कुछ की स्वीकृति मिल गई थी।
पेपर मिल से पहले यहां फूड पार्क, डिस्कवरी पार्क, सेंट्रल स्कूल शुरू होना है, लेकिन नहीं हो रहा है। ट्रिपल आईटी कैम्पस भी बंद कर दिया गया है। पेपर मिल से जुड़ी सच्चाई कांग्रेस जनता के सामने लाएगी। केंद्र सरकार को इसका जवाब देना होगा।