कानपुर। पुलिस की निष्क्रियता कहें या अपराधियों का दुस्साहस, कुछ भी हो लूट के इरादे से रिटायर्ट प्रोफेसर के घर में घुसे बदमाशों ने प्रोफेसर व उसके भाई की निर्मम हत्या कर दी। हद तो तब हो गई जब नौकरानी, नौकर व इलाकाई लोग घर के बाहर घंटों दरवाजा पीटते रहे और बदमाश अंदर दोनों को मौत के घाट उतारने में व्यस्त रहे।
सूचना पर पंहुची पुलिस सीढ़ी के माध्यम से घर में प्रवेश किया तभी भीड़ को धक्का मारकर दो बदमाश मेन गेट से भाग निकले जबकि एक बदमाश को भीड़ ने दबोच लिया। दो दिनों में इन्द्रानगर चैकी क्षेत्र स्थित मकड़ीखेड़ा में ही घर में घुसकर डकैतों फायर झोंक लूट की वारदात को अंजाम दिया था। वहीं बीती रात भी चोरी की इरादे से बदमाश एक घर में दाखिल हुए थे।
कल्याणपुर थाना क्षेत्र के मकड़ीखेड़ा इलाके में इन दिनों अपराधियों का मकड़जाल फैला हुआ है। बेखौफ बदमाश दिन हो या रात अपराध धड़ल्ले से कर रहें है। गुरूवार को सुबह कान्हा गैलेक्सी के पीछे रिटायर्ड प्रोफेसर कमला द्विवेदी (65) के मकान में घुसकर बदमाशों ने प्रोफेसर व उसके भाई लल्लू (55) को मौत के घाट उतार दिया।
नौकर धीरू ने बताया कि सुबह छह बजे मकान में झाडू-पोंछा करने रोजाना जाता हूं। छह बजे आवाज देने के बाद गेट न खुलने पर लौट गया। इसके बाद खाना बनाने वाली नौकरानी प्रीती चैहान नौ बजे आई। नौकरानी का कहना है कि काफी देर तक आवाज देने के बाद जब गेट नहीं खुला तो नौकर व स्थानीय लोगों को बुलाया और ईंट-पत्थर फेंका गया।
इसके बाद भी जब गेट नहीं खुला तो अनहोनी की शंका के चलते आर.पी. दीक्षित ने डायल 100 पर पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने सीढ़ी लगाकर मकान में प्रवेश किया तभी दो बदमाश मेन गेट से भाग निकले। पुलिस जब मकान के अंदर पंहुची तो प्रोफेसर बाथरूम में तड़प रही थी और उसका भाई दूसरे बाथरूम में मृत पड़ा था।
इसी बीच भीड़ ने बेड़ के नीचे एक बदमाश को देखा और उसे दबोच कर मारपीट करने लगे। जिसकी पहचान कल्यानपुर निवासी अर्जुन के रूप में हुई है जो डेढ़ वर्ष पूर्व प्रोफेसर का ड्राइवर था। पुलिस ने आनन-फानन में प्रोफेसर को एसएमपी अस्पताल में भेजा जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। फारेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर साक्ष्य जुटाए।
फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट टीम ने घटना की जानकारी पर आईजी आशुतोष पाण्डेय, डीआईजी नीलाब्जा चैधरी एसएसपी शलभ माथुर, सीओ असित श्रीवास्तव सहित कई थानों का फोर्स मौके पर पंहुचा। एसएसपी ने जल्द ही घटना के खुलासे की बात कही है।
यामिनी फिर हुई फेल
घटना की जानकारी पर पंहुची डाॅग स्क्वायड की टीम काफी देर तक खोजबीन किया। एसएसपी शलभ माथुर के निर्देश पर डाॅग यामिनी को घटना स्थल व आस-पास इलाके में घुमाया गया। बहुत देर तक यामिनी इधर-उधर दौड़ती रही, कई घरों के दरवाजों व गलियों में घूमने के बाद घटना स्थल पर वापस आ गई। कोई सबूत न मिलता देख टीम वापस लौट गई। इसके पहले भी कई घटनाओं में डाॅग स्क्वायड कुछ खास नहीं कर सका।
एक घंटे देर से पंहुची डायल 100
डायल 100 को सूचना देने वाले आरपी दीक्षित ने बताया कि 9:30 बजे पहली सूचना दी गई दूसरी सूचना 9:38 पर दी गई। पुलिस टीम 10:30 बजे मौके पर पंहुची जिसके बाद इलाकाई लोगों की मदद से मकान में प्रवेश किया गया। पुलिस की इस तरह की लापरवाही से लोगों में काफी रोष व्याप्त है।
इंस्पेक्टर से पहले पंहुचे विधायक
क्षेत्रीय लोगों की सूचना पर विधायक सतीश निगम इंस्पेक्टर अजय कुमार सिंह से पहले पंहुच गए। विधायक को देखकर स्थानीय लोगों में पुलिस के प्रति रोष व्याप्त हो गया। विधायक ने एसएसपी शलभ माथुर से शिकायत की है कि अगर पुलिस एक घंटे पहले पहुंच जाती तो प्रोफेसर व उसके भाई को बचाया जा सकता था।
लगेगा गैंगस्टर व कुर्क होगी संपत्ति
एसएसपी शलभ माथुर ने बताया कि पकड़े गए बदमाश व उसके दोनों साथियों पर गैंगस्टर के तहत कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही सभी की संपत्तियां कुर्क की जाएगी। जिससे अपराधियों में भय व्याप्त हो। एसएसपी के बातचीत के दौरान इलाके के लोग फांसी की मांग करते रहे।
जिम्मेदारों पर गिर सकती है गाज
घटना के बाद मौके पर पंहुचे एसएसपी शलभ माथुर से इलाके लोगों ने पुलिस के प्रति रोष व्यक्त किया। जिसके बाद एसएसपी के भौंहे तन गई और जिम्मेदार पुलिस अधिकारी सकते में आ गए। सूत्रों के मुताबिक कल्याणपुर इंस्पेक्टर अजय कुमार सिंह व चौकी प्रभारी राम सिंह पर गाज गिरना तय है। वहीं देर से पंहुचने पर डायल 100 में लगे पुलिस कर्मियों पर भी कार्रवाई होना तय माना जा रहा है।
मिली सोने की पोटरी
पुलिस को घटनास्थल से लगभग दो किलो सोने के गहनों की पोटरी मिली है। जिसे बदमाशों ने अलमारी से निकालकर पोटरी बनाया था। इसके साथ ही लगभग एक लाख की नकदी भी बरामद की गई है। पुलिस को आशंका है कि बदमाश लूट व हत्या के इरादे से घुसे थे। एसएसपी शलभ माथुर ने बताया कि दोनों अविवाहित थे, मूलतः गोरखपुर के रहने वाले थे। घर की स्थित अच्छी थी जिसके चलते घटना को अंजाम दिया गया है।
दरोगा ने हाथ जोड़ अभियुक्त को बचाया
मौके से पकड़े गए ड्राइवर अर्जुन को जब पब्लिक ने देखा तो उस पर सभी टूट पड़े और लात-घूसों से पीटते हुए घर से बाहर निकाल लाए। यह देख दौड़कर आए चौकी प्रभारी राम सिंह अभियुक्त को बचाने के लिए उसके ऊपर लेट गए और पब्लिक से हाथ जोड़कर उसे छोड़ने की विनती करने लगे। जिसके बाद वहां आए पुलिस कर्मियों ने भी पब्लिक से मान-मनौव्वल कर उसे छुड़ाते हुए जीप में बैठाकर थाने ले आईं।
डीजीपी पहुंचे थाने
कानपुर के कल्याणपुर इलाके में हुई सनसनी खेज रिटायर प्रोफेसर व उनके भाई की घटना की जानकारी पर लखनऊ से सूबे के पुलिस मुखिया जगमोहन यादव शहर पहुंचे। यहां पर वह सीधे कल्याणपुर थाने गए। जहां पर घटना को अंजाम देने वाले अभियुक्त चालक को पकड़कर रखा गया था। उन्होंने बंद कमरे में अभियुक्त से पूछतांछ की।
जानकारी के मुताबिक अभियुक्त ने उन्हें बताया कि वह बीती रात 11 बजे घर में दाखिल हुआ था और एक-एक दोनों की गला दबाकर वारदात को अंजाम दिया। इस बीच उसकी मृतक लल्लू से काफी देर मारपीट भी हुई। हालांकि पुलिस व इलाकाई लोगों की माने तो वारदात में दो या इससे अधिक लोग शामिल हैं।
डीजीपी ने भी पकड़े गए अभियुक्त के बयान को सिरे से खारिज कर दिया है। प्रत्यक्षदर्शी आरपी दीक्षित ने बताया कि दो बदमाश धक्का मार कर मौके से भागे हैं। घटना को लेकर डीजीपी का रूख काफी सख्त है और पूरे थाने के निलंबन की भी कार्रवाई की जा सकती है।