वाराणसी। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे के शनिवार को काशी की धरती पर पैर रखते ही वाराणसी के महापौर राम गोपाल मोहले ने उन्हें नगर की चाभी सौंपकर यहां की परंपरा का निर्वाह किया।
इससे पूर्व करीब 54 साल पहले किसी विदेशी राष्ट्राध्यक्ष को काशी की चाभी सौंपी गई थी।
वाराणसी के अलावा पूरे उत्तर प्रदेश में यह परंपरा है कि जब कोई अतिविशिष्ट व्यक्ति यहां के किसी महानगर में पहुंचता है तो नगर निगम का महापौर उन्हें सांकेतिक रूप में नगर की चाभी सौंपता है।
इसी परंपरा का निर्वहन में जापान के प्रधानमंत्री शनिवार शाम जैसे ही विमान से बाबतपुर हवाईअड्डे पर उतरे महापौर मोहले ने उन्हें काशी की सांकेतिक चाभी सौंप दी।
इससे पूर्व 1961 में तत्कालीन प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू के साथ जब ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय वाराणसी आई थीं तो उन्हें भी काशी की चाभी सौंपी गई थी।