दमण। दमण में पर्ससीन नेट और ग्रील नेट फिसिग पदर्ति को लेकर छोटे मछुआरे ने विरोध करते हुए धरना प्रर्दशन किया गया। मौके पर किसी प्रकार का विवाद नहीं बढ़े उसके लिए तुरन्त ही पुलिस बल जेटी पर पहुंचा।
धरने पर बैठे मछुआरों को भाजपा नेता विशाल टंडेल ने समझाकर सोमवार को प्रशासन के साथ बैठक कराने को कहा गया उसके बाद मछुआरे धरने से उठे।
दमण प्रशासन 10 दिसबर को एक आदेश जारी कर दमण तट से 9 किलोमीटर दुर ट्रोला बोट को पर्ससीन और ग्रील नेट कर सकते है। शनिवार को एक बड़ी बोट फिसिग के लिए गई और मात्र 5 घण्टे में फिसिग करके वापस लौटी।
छोटे मछुआरों ने मछलियों के माल को देखकर आपत्ति जताई कि मात्र 5 घण्टे में 9 किलोमीटर जाकर वापस आना मुश्किल है और वह दमण तट के आसपास विस्तार में ही फिसिग करके लौटी है।
मछुआरों ने कहा कि महाराष्ट्र सहित अन्य राज्यों में ग्रील नेट और पर्ससीन फिसिग पर प्रतिबंध है। प्रशासन ने बिना सोचे समझे किसी को विश्वास में लिया बिना ही नोटीफिकेशन जारी कर दिया है। उन्होंने कहा कि पहले एक-दो बोट थी तो फर्क नहीं पड़ता है परन्तु अब पर्ससीन पद्दति से फिसिग वाली बोट बढ़ रही है जिससे छोटे मछुआरों को नुकसान है।
मौके पर भाजपा नेता एवं माछीमार अगृणी विशाल टंडेल पहुंचे। उन्होंने घरने पर बैठे मछुआरों को समझाया कि इस समस्या का हल मिलकर निकाला जा सकता है और मौके पर से मत्स्य सचिव विनोद कावले से बात करके सोमवार के लिए बैठक मांगी गई। जो बोट ग्रील पदर्ति से फिसिग करके आई उसका माल भी गोदाम में रखवा दिया गया है।
विशाल टंडेल ने कहा कि इस समस्या का मिलकर समाधान निकाला जाएगा। दुसरी और पर्ससीन और ग्रील पद्धति से फिसिग करने वाले ने बताया कि वे किसी भी प्रकार से गलत नहीं कर रहे है और प्रशासन ने उसके लिए स्वीकृति दी गई। आधुनिक पदर्ति से फिसिग कि जा रही है। अन्य मछुआरों को भी समय के साथ चलकर नई पद्धति अपनानी चाहिए।