मुंबई। अभिनेता-गायक आयुष्मान खुराना का मानना है कि किसी फिल्म के लिए गाना बनाने से ज्यादा सुखदायक एकल गाना बनाना है क्योंकि इसमें ज्यादा आजादी होती है।
खुराना ने ‘विकी डोनर’ फिल्म के ‘पानी दा रंग’ और ‘नौटंकी साला’ फिल्म के ‘साड्डी गली आजा’ जैसे लोकप्रिय गानों को अपनी आवाज दी है। उन्होंने कहा, ‘एकल गानों में शुद्धता होती है, विचारों की स्पष्टता होती है।
फिल्मों में आपको स्थिति के बारे में संक्षिप्त विवरण दे दिया जाता है और उसके बाद गाना बनाना होता है। एकल गाने में आपके पास पहले से स्थिति होती है और फिर आप गाना बनाते हैं।
आयुष्मान ने यहां पत्रकारों से कहा कि उनका मानना है कि एकल गाने एक कलाकार, संगीतकार, निर्देशक या किसी के लिए भी ज्यादा सुादायक होते हैं।
एकल गाने आपको स्वतंत्रता देते हैं। उन्होंने यह बात उनके नए एकल गाने ‘यहीं हूं मैं’ के लॉन्च के मौके पर कही।