सूरत। निलोफर तूफान को लेकर प्रशासन ने लोगों के डूमस और सुवाली के समुद्र तट पर जाने पर रोक लगा दी है। मौसम विभाग ने कच्छ के समुद्र में उठे निलोफर तूफान के 31 अक्टूबर या एक नवम्बर को गुजरात के समुद्री तट से टकराने की चेतावनी दी है। तूफान के कारण सूरत और आसपास के समुद्री तटों पर हाई-अलर्ट जारी किया जा चुका है।…
बुधवार को एनडीआरएफ की टीम सूरत आई थी। सावधानी के तौर पर प्रशासन ने तटीय क्षेत्रों की सुरक्षा बढ़ा दी है और वहां मकानों का सर्वे भी शुरू कर दिया है। दीपावली वैकेशन के कारण डूमस और सुवाली के समुद्र तट पर हजारों लोग परिवार के साथ घूमने जा रहे हैं। कलक्टर ने लोगों को डूमस और सुवाली के समुद्र तट पर नहीं जाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही पुलिस को इन विस्तारों में पेट्रोलिंग बढ़ाने के लिए निर्देश दिए गए हैं।
निलोफर को लेकर प्रशासन ने मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की हिदायत दे रखी है। जो गए हैं, उन्हें तुरंत वापस बुलाया गया। प्रशासन के आदेश के बाद ओलपाड तहसील में नमक की खेती करने वाले 136 लोग वापस आ गए हैं।
190 मछुआरे भी सुरक्षित लौट आए हैं। ओलपाड में 338 और चोर्यासी में 122 कच्चे मकान हैं। प्रशासन शुक्रवार शाम की परिस्थिति को ध्यान में रख लोगो का स्थलांतरण करने का निर्णय करेगा। इसके अलावा सावधानी के तौर पर महानगर पालिका के सात जोन में कंट्रोल रूम की भी व्यवस्था की गई है।