नई दिल्ली। अरुणाचल प्रदेश के मुद्दे पर कांग्रेस ने राज्यसभा में स्थगन प्रस्ताव पेश कर राज्यपाल को वापस बुलाने की मांग की है साथ ही राज्य में कांग्रेस के बागी विधायकों के कारण हो रहे राजनीतिक घटनाक्रम को लोकतंत्र की हत्या करार दिया है।
अरुणाचल प्रदेश के मुद्दे पर कांग्रेस ने शुक्रवार को संसद के दोनों सदनों में स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया। राज्य के राज्यपाल को वापस बुलाने की मांग को लेकर कांग्रेस सदस्यों ने राज्यसभा में हंगामा किया।
उपसभापति पी जे कुरियन ने आवश्यक दस्तावेज सदन पटल पर रखवाए जाने के बाद शून्यकाल की कार्यवाही शुरू की तो राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नवी आजाद ने अरूणाचल प्रदेश का मामला उठाते हुए कहा कि वहां संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही है। इसलिए राज्यपाल को वापस बुलाया जाना चाहिए।
उधर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भी अरुणाचल प्रदेश में हुए राजनीतिक घटनाक्रम को लोकतंत्र की हत्या करार दिया है। उन्होंने इसका दोष केन्द्र और भाजपा पर मढ़ा।
दिग्विजय ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा कि अरुणाचल प्रदेश में लोकतंत्र की हत्या हो रही है और केंद्र सरकार और भाजपा खुलेआम कांग्रेस के बागियों का समर्थन कर रही है।
उन्होंने अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल ज्योति प्रसाद राजखोवा पर पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि दल बदल विरोधी कानून कहां है?
जानकारी हो कि बुधवार को कांग्रेस के बागी विधायकों ने राज्य के भाजपा विधायकों के साथ मिलकर एक बैठक में मुख्यमंत्री नबाम तुकी को पद से हटाने और एक बागी कांग्रेस विधायक को उनकी जगह चुनने का फैसला किया था। लेकिन गुवाहाटी हाईकोर्ट ने हस्तक्षेप करते हुए बागियों की बैठक में लिए गए सभी फैसलों को स्थगित कर दिया है।