कानपुर। जिस संतान के लिए एक परिवार मन्दिर मस्जिद के चक्कर लगाते हैं तो वहीं एक कलियुगी मां ने अपनी नवजात बच्ची को मरने के लिए मंदिर के सीढि़यों पर फेंक दिया।
इस सर्द भरे मौसम में बच्ची की किलकारियां सुनते ही मन्दिर में आए श्रद्धालुओं की भीड़ इकटठा हो गई। भीड़ ने मासूम बच्ची के पास मां के न होने पर उसे गोद में ले लिया और सूचना पुलिस को दी।
दरअसल जिस सर्द के मौसम में लोग घर से नहीं निकलते है। वहीं एक नवजात बच्ची मन्दिर के सीढि़यों में अपनी मां के लिए रोती बिलखती दिखी। दर्शन करने आए भक्तो ने बच्ची की किलकारियां सुनकर उसके पास पहुंचे। बच्ची को रोते बिलखते देखकर मन्दिर में आए भक्तों में से एक महिला ने उसे गोद में ले लिया।
महिला ने मन्दिर के पुजारी व स्थानीय लोगों से इस बच्ची के बारे में पूछा, लेकिन किसी को भी उस दुधमुंही बच्ची के बारे में कुछ पता नहीं था। महिला ने किदवईनगर पुलिस को सूचना दी।
सूचना मिलते ही पुलिस किदवईनगर के शंकर मन्दिर में पहुंच गई। महिला पुलिस कर्मी ने बच्ची को गोद में ले लिया और भक्तों से पूछतांछ की। लेकिन कोई भी उस बच्ची के मां का पता नहीं बता सके।
किदवईनगर थानाध्यक्ष फाजिल सिद्धकी ने बताया कि पुलिस की जांच पड़ताल में यह जानकारी मिली है कि किसी महिला ने अपनी बच्ची से छुटकारा पाने के लिए उसे फेंक दिया है। हालांकि इस बच्ची को लेकर चाइल्ड हेल्पलाइन भेज दिया जाएगा और उसकी मां को तलाश की जाएगी।