अजमेर। अजमेर सेंट्रल जेल में बंदियों की बैरिक के पास जमीन में गडा एक मोबाइल फोन मिलने से जेल प्रशासन में हडकंप मचा हुआ है। सिविल लाइन थाना पुलिस ने जेल अधीक्षक की शिकायत पर अज्ञात बंदी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है, पुलिस मामले की जांच कर रही है।
एक माह पूर्व मिला था
केन्द्रीय कारागृह अजमेर के अधीक्षक संजय यादव ने बताया कि एक माह पूर्व 17 नवम्बर को जेल परिसर में बंदियों की बैरिक के बाहर जमीन में किसी बंदी ने मोबाइल फोन गाड दिया था, जिसका पता लगने पर उसी दिन उक्त मोबाइल फोन को जमीन से जेल प्रहरियों ने निकाल कर उन्हें सौंपा था।
नहीं लगा पता आरोपी का
जेल अधीक्षक यादव ने बताया कि मोबाइल फोन के मिलने के बाद उसकी जांच शुरू की गई तथा पता लगाने का प्रयास किया गया कि जेल में उक्त मोबाइल फोन का इस्तेमाल किस बंदी द्वारा किया जा रहा था। एक माह की पडताल के बाद भी जब मोबाइल फोन धारक का पता नहीं चल सका तो सिविल लाइन पुलिस को मामला सौंप दिया गया।
जैमर लगने से हुए निष्क्रिय
जेल अधीक्षक संजय यादव का मानना है कि सेंट्रल जेल में जैमर लगने के बाद मोबाइल फोन जेल में निष्क्रिय होना शुरू हो गए, जिसके चलते जिस बंदी का यह मोबाइल फोन था, उसने सिमकार्ड निकालकर उसे जमीन में दबा दिया था।
सिविल लाइन थाना पुलिस ने बताया कि गुरुवार शाम को जेल अधीक्षक संजय यादव की शिकायत पर मुकदमा नम्बर 529/15 कारागृह अधिनियम की धारा 42 के तहत अज्ञात बंदी के खिलाफ दर्ज किया गया है।
पुलिस उक्त मोबाइल फोन की ईएमआई नम्बरों से यह पता लगाने का प्रयास कर रही है, उक्त मोबाइल फोन को किसने और किस दुकान से खरीदा था। इसके अलावा जमीन में दबे मोबाइल फोन का इस्तेमाल जेल में किस बंदी द्वारा किया जा रहा था।