नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 19 माह के शासन काल में अब तक सरकार पर भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं लगा है, लेकिन अब इसकी शुरुआत हो गई है।
दिल्ली एंड डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन (डीडीसीए) में कथित तौर पर हुई धांधली के चलते केंद्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली विपक्ष के निशाने पर आ गए हैं। जेटली का नाम भ्रष्टाचार में घसीटे जाने पर भाजपा की अंदरूनी कलह भी खुलकर सामने आ गई है।
अरूण जेटली ने कीर्ति आजाद का नाम लिए बगैर कहा कि हमारे एक सांसद ने कांग्रेस सरकार को पत्र लिखा था और वह सोनिया गांधी से मिले थे।
सोनिया और सांसद ने कहा था कि हम जेटली को निपटा देंगे। हालांकि, उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया लेकिन ताजा हालातों से लगता है कि वो नाम कीर्ति आजाद का हो सकता है।
वहीं कीर्ति आजाद ने जेटली के आरोपों को खंडन करते हुए उन्हें बेबुनियाद बताया है। उन्होंने कहा कि मैं सोनिया गांधी को बचपन से जानता हूं। मेरी मुलाकात के संबंध में तथ्यों की जांच होनी चाहिए।
गौरतलब है कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने शुक्रवार को यह समझाने के लिए बीजेपी सांसद को बुलाया था कि वह ऐसे समय आरोपों पर आगे नहीं बढ़ें।