जबलपुर। असहिष्णुता संबंधी विवादास्पद बयान के चलते लोगों की नफरत का कारण बने फिल्म अभिनेता शाहरुख खान की बहुचर्चित फिल्म ‘दिलवाले’ के विरोधियों का उत्साह रविवार को पस्त हो गया।
पुलिस के कड़े पहरे में फिल्म का शो चला। ये दीगर बात थी कि कुछेक प्रदर्शनकारियों के आग्रह पर मॉल प्रबंधन ने आश्वस्त किया कि वे चल रहे शो के बाद दूसरा शो नहीं चलाएंगे, लेकिन सोमवार से प्रबंधन ने सारे शो चलाने की बात कही।
समदडिय़ा माल में रविवार को अजीब वाकया देखने मिला। बीते दो दिनों की तुलना बमुश्किल दस फीसदी पहुंचे प्रदर्शनकारियों ने प्रबंधन के हाथ जोड़े। उनका कहना था कि अब हम लोग आए हैं, तो आज तो कम से कम फिल्म न चलाओ, कल से हम खुद नहीं आएंगे।
ऐसा माना जा रहा है कि पुलिस के कड़े पहरे और कल के कांग्रेसी मार-कुटाई वाले प्रदर्शन से फिल्म विरोधियों में खौफ उत्पन्न हो गया। और, उन्होंने स्वयं को प्रदर्शन से दूर रखने का निर्णय लिया।
इस बीच उन दर्शकों ने सिनेमाघर और मॉल प्रबंधन के प्रति नाराजगी दिखाई, जिन्होंने बीते दो दिनों के टिकट बुक करा रखे थे। प्रबंधन के ये कहने पर कि पुराने टिकट नहीं चलेंगे, पर दर्शकों का कहना था कि विरोध प्रदर्शन में उनका आखिर क्या कुसूर।
दिलवाले के विरोध से संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘बाजीराव मस्तानी’ की बल्ले-बल्ले रही। बाजीराव के सभी शो में अच्छी भीड़ देखी गई। ऐसा माना जा रहा है कि कल से दिलवाले के लिए भी दर्शक जुटेंगे।
सिविक सेंटर में शनिवार को घटे घटनाक्रम के चलते पुलिस रविवार को भी सुबह से सक्रिय थी। समदडिय़ा मॉल के सामने बड़ी संख्या में बल मौजूद था। किसी भी स्थिति से निपटने पुलिस का बज्र वाहन सुबह से खड़ा हो गया था।
जितने लोग प्रदर्शन करने पहुंचे, उनसे कहीं ज्यादा पुलिस कर्मी सिविक सेंटर में डंडे लहरा रहे थे। प्रदर्शनकारियों ने प्रतीकात्मक विरोध ही किया। उनका जुनून और उत्साह फोटो खिंचाने तक ही सीमित रहा।