मास्को। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक प्रसारित वृत्तचित्र (डॉक्यूमेंट्री) में कहा कि मास्को सोवियत संघ को वापस लाने की कोशिश नहीं कर रहा, लेकिन सबसे बड़ी समस्या यह है कि कोई इस बात पर यकीन ही नहीं करना चाहता है।
यूक्रेन संकट की शुरूआत से ही रूस पश्चिमी देशों पर आरोप लगाता रहा है कि वे शीतयुद्ध की तर्ज पर ‘रोकटोक की राजनीति’ कर रहा है। इस संकट के तहत रूस समर्थक नेता विक्तर यानूकोविच को यूरोप समर्थक प्रदर्शनकारियों द्वारा सत्ता से हटा दिया गया था।
पुतिन ने सरकारी चैनल पर प्रसारित डॉक्यूमेंट्री ‘वर्ल्ड ऑर्डर’ में कहा कि यूक्रेन और पूर्व सोवियत संघ के अन्य क्षेत्रों की बात करें तो मैं निश्चित तौर पर कह सकता हूं कि हमारे पश्चिमी साथी यूक्रेन के हितों के लिए काम नहीं कर रहे हैं, वे सोवियत संघ के पुनर्गठन को रोकने के लिए काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कोई यह यकीन नहीं करना चाहता कि हम सोवियत संघ को वापस लाने की कोशिश नहीं कर रहे हैं। वह उत्तरी अफ्रीका और मध्यपूर्व में पश्चिमी हस्तक्षेप के मुद्दे पर अपना चिरपरिचित कटाक्ष करने से भी नहीं चूके।
पुतिन ने कहा कि पश्चिमी देश लोकतंत्र, अच्छे और बुरे के प्रति अपने नजरिए को दूसरी संस्कृतियों, दूसरे धर्मों और दूसरी परंपराओं के लोगों पर मशीनी और स्वचालित तरीके से थोप नहीं सकते हैं। उन्होंने कहा कि पश्चिमी देशों को लगता है कि वे कभी गलती नहीं कर सकते लेकिन जब कोई जिम्मेदारी लेने का समय आता है तो वे गायब हो जाते हैं।