अजमेर। एक तरफ हस्तलिखित 51 अरब रामनाम महामत्रों की परिक्रमा का भक्तिमय नजारा ता दूसरी तरफ सुंदरकाड के पाठ की मनमोहक प्रस्तुति। श्रदृधा भाव से राम नाम का श्रणव करते रामभक्त।
गुरुवार को कुछ ऐसा ही नजारा रहा शहर के आजाद पार्क में चल रहे श्रीरामनाम परिक्रमा महोत्सव का। अस्थाई रूप से बनाई गई अयोध्या नगरी में समूचा शहर उमडा हुआ है।
हर दिन सुबह पो फटते ही परिक्रमा करने को लोगों का आना शुरू हो जाता है और देर रात तक परिक्रमा करते रामभक्त थकते नजर नहीं आते। रामनाम धन संग्रह बैंक अजमेर की ओर से देश विदेश में बसे रामभक्तों के हस्त लिखित रामनामों संकलन करने का कार्य बीते 27 साल से अनवरत रूप से जारी है।
राम नाम लेखन के प्रति लोगों में बढती आस्था का ही परिणाम है कि अजमेर के पुलिस लाइन स्थिति श्रीराम मंदिर से कुछ रामभक्तों दृवारा शुरू किया गया यह प्रकल्प देश दुनिया तक फैल गया और संकल्पित सदस्यों दृवारा हस्तलिखित रामनाम महामंत्रों की संख्या 51 अरब को पार कर चुकी है।
सुंदरकांड की प्रस्तुति को सराहा
अयोध्या नगरी में गुलाबबाडी से आई गोविंद राम भाटी एवं 11 साथियों की और से दी गई सुंदरकांड की प्रस्तुति ने रामनाम परिक्रमा महोत्वस में समा बांध दिया। सुंदरकांड श्रवण के दौरान माहौल इतना भक्तिमय हो गया कि श्रदृधालू झूम कर नाचने लगे।