Warning: Undefined variable $td_post_theme_settings in /www/wwwroot/sabguru/sabguru.com/news/wp-content/themes/Newspaper/functions.php on line 54
पठानकोट में पुनः फायरिंग, एनएसजी के लेफ्टिनेंट कर्नल निरंजन शहीद - Sabguru News
Home Chandigarh पठानकोट में पुनः फायरिंग, एनएसजी के लेफ्टिनेंट कर्नल निरंजन शहीद

पठानकोट में पुनः फायरिंग, एनएसजी के लेफ्टिनेंट कर्नल निरंजन शहीद

0
पठानकोट में पुनः फायरिंग, एनएसजी के लेफ्टिनेंट कर्नल निरंजन शहीद
pathankot operations nears completion, says air force
pathankot operations nears completion, says air force
pathankot operations nears completion, says air force

नई दिल्ली। पंजाब स्थित पठानकोट वायुसेना बेस पर आतंकी हमले के बाद रविवार को सेना के तलाशी अभियान के हुए विस्फोट में एनएसजी के लेफ्टिनेंट कर्नल निरंजन शहीद हो गए।

परिसर में अभी और आतंकियों के छिपे होने की आशंका जताई जा रही हैं। इस बीच आतंकी हमले की जांच के लिए एनआईए टीम एयरबेस परिसर में पहुंच चुकी है।

सेना सहित विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के पठानकोट वायुसेना बेस परिसर में रविवार सुबह कॉम्बिंग ऑपरेशन के दौरान हुए ब्लास्ट में एनएसजी के लेफ्टिनेंट कर्नल निरंजन शहीद हो गए हैं जबकि तीन कमांडो जख्मी हैं।

आतंकी हमले की जांच के लिए एनआईए टीम सहित पंजाब पुलिस के डीजीपी सुरेश अरोड़ा एयरबेस परिसर पहुंच चुके है।

इस बीच पंजाब पुलिस के डीआईजी ने विजय प्रताप सिंह ने तलाशी अभियान की पुष्टि करते हुए मीडिया को बताया कि क्षेत्र में और अधिक आतंकी के छिपे होने की संभावना हो सकती है, क्योकिं तलाशी अभियान के दौरान रुक-रुक कर फायरिंग हो रही है।

जानकारी हो कि सीमा पार से आए आतंकियों ने शनिवार सुबह पठानकोट वायुसेना बेस में हमला कर दिया था। आतंकी इस एयरबेस को इसलिए निशाना बनाना चाहते हैं क्योंकि यहां पर मिग-21 और मिग-29 विमान और मिसाइलें रखी हुई हैं।

हमले में अब तक सेना के सात जवान शहीद हो चुके हैं। वही शनिवार तक सेना के जवाबी कार्रवाई में करीब पांच आतंकी मारे गए थे।

रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पठानकोट एयरफोर्स बेस पर रविवार दोपहर को दोबारा शुरु हुई फायरिंग की जानकारी दे दी है। आशंका जताई जा रही है कि एयरफोर्स बेस पर और दो आतंकी छिपे हुए है।

जानकारी के अनुसार पंजाब के पठानकोट में रविवार को जारी तलाशी अभियान के दौरान पुनः फायरिंग होने की खबर है। आशंका जताई जा रही है कि दो आतंकवादी अभी भी एयरबेस में छिपे हैं, जो सेना के जवानों को निशाना बनाकर गोलीबारी कर रहे हैं।

सेना आतंकियों की तलाश में जुटी है। रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने दोबारा फायरिंग शुरू होने की जानकारी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को दी है।

प्रधानमंत्री मोदी ने शहीदों को किया सलाम

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पठानकोट एयरफोर्स बेस पर हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि जो राष्ट्र की प्रगति नहीं देख सकते, वे मानवता के दुश्मन हैं। ऐसे लोगो ने ही भारतीय सशस्त्र बलों को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया है। आतंकवादियों के मंसूबों को सफलतापूर्वक नाकाम करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने सशस्त्र बलों का अभिनन्दन किया और कार्रवाई के दौरान देश के लिए प्राण न्यौछावर करने वाले शहीदों को श्रद्धांजलि दी।

प्रधानमंत्री ने मैसूर के महाराजा कॉलेज ग्राउंड में सुत्तूर मठ के जगतगुरू डॉ. शिवराथरी राजेन्द्र महास्वामीजी के शताब्दी समारोह के दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें जवानों और सुरक्षा बलों पर गर्व है। देश इन शत्रुओं के खिलाफ एकजुट होकर खड़ा है और इसलिए उनके नापाक मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे।

इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने अवधूत दत्त पीठम का दौरा किया और गणपति सच्चिदानंद स्वामीजी से मुलाकात की। वह दत्त मंदिर गए और उन्हें पीठम सम्मान प्रदान किया गया। वहां उपस्थित जन-समुदाय को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के ऋषियों-मुनियों और संतों ने समाज के लिए बहुत कार्य किये हैं, जिन्हें पूरी तरह सराहा नहीं गया है। इस अवसर पर कर्नाटक के राज्यपाल वजुभाई वाला उपस्थित थे।

प्रधानमंत्री ने मैसूर के महाराजा कॉलेज ग्राउंड में सुत्तूर मठ के जगतगुरू डॉ. शिवराथरी राजेन्द्र महास्वामीजी के शताब्दी समारोह का भी उद्घाटन किया। उन्होंने इस अवसर पर ज्ञान अनुसंधान केन्द्र की आधारशिला रखी।

विशाल जन-समुदाय को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि संत बसेश्वर जी ने सदियों पहले समाज सुधार का रास्ता दिखाया था। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीय समाज बहुत विलक्षण है, क्योंकि यहां समाज में सुधार लाने के लिए और सामाजिक बुराइयों से लड़ने के लिए समय-समय पर समाज सुधारक पैदा होते रहे हैं।

उन्होंने कहा कि 18वीं और 19वीं शताब्दी के समाज सुधार आंदोलनों ने ही 20वीं सदी में भारत के सफल स्वाधीनता संग्राम की बुनियाद रखी। प्रधानमंत्री ने कहा कि 21वीं सदी, ज्ञान की सदी है और इस सदी में जो देश ज्ञान और नवाचार पर ध्यान केंद्रित करेगा, वही दुनिया का नेतृत्व करेगा।