चंडीगढ़। हरियाणा के वित्तमंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने कहा है कि भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए प्रदेश में पूंजीगत निवेश को बढाना होगा और इसके लिए सरकार वित्त वर्ष 2016-17 के बजट में कुछ अहम कदम उठाने जा रही है।
वे गुरूवार को हरियाणा निवास में बजट पूर्व चर्चा के लिए आयोजित कार्यशाला के उपरांत पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने बताया कि आगामी बजट के लिए दिसंबर माह से ही तैयारियां आरंभ की दी गई है।
वित्त विभाग द्वारा अन्य सभी विभागों की बजट संबधी जरूरतों का अध्ययन किया जा रहा है ताकि बजट में उनका प्रावधान किया जा सके। वित्तमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री व मंत्रीमंडल के सदस्यों से प्रदेश की प्राथमिकताओं पर चर्चा हुई है और इन चर्चाओं को लेकर अर्थशास्त्रियों, उद्योगपतियों, शिक्षाविद्वों व अन्य क्षेत्रों के विद्वानों से राय ली जा रही है ताकि प्रदेश के आमजन के अपेक्षाओं के अनुरूप बजट को अंतिम रूप दिया जा सके।
कैप्टन अभिमन्यु ने कहा कि आगामी वित्त वर्ष में सरकार को कई चुनौतियों का सामना करना पडेगा। इनमें सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू करने, विभिन्न सामाजिक सुरक्षा पैंशनों में बढ़ोतरी करने तथा माल एवं सेवा कर को लागू करने की चुनौतियां प्रमुख है।
उन्होंने बताया कि सामाजिक सुरक्षा पैंशनों में बढ़ोतरी से ही सरकार के खजाने पर लगभग 600 करोड़ रूपये का अतिरिक्त वार्षिक भार पडेगा। इसलिए अतिरिक्त संसाधनों के लिए प्रदेश में पूंजीगत निवेश बढ़ाना सरकार की सबसे बडी जरूरत है।
वित्तमंत्री ने कहा कि बजट में सरकार का यह भी प्रयास रहेगा कि प्रदेश के आधारभूत ढांचे में और अधिक सुधार करके औद्योगिक विस्तार को सर्व-व्यापी बनाया जाए। एचएमटी मशीन टुल्स, पिंजौर को लेकर पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि आज भारत सरकार के अधिकारियों से इस संबध में बात हुई है और जल्द ही इस दिशा में कोई निर्णय लिया जाएगा।
देश की रक्षा के लिए अपनी जान देने वाले शहीदों के विषय पर एक सवाल का जबाब देते हुए कैप्टन अभिमन्यु ने कहा कि हरियाणा सरकार देश के लिए अपनी जान देने वाले शहीदों को नमन करती है।
उन्होंने कहा कि कारगिल युद्व के समय भाजपा सरकार ने शहीदों के आश्रितों के लिए पैट्रोल पंप व गैस एंजैसी आबंटन करने जैसी अनेक योजनाएं आरंभ की थी और वर्तमान में भी सरकार ने सेना के वीर जवानों के लिए अनेक कदम उठाए हैं।