ग्वालियर। मध्यप्रदेश के साथ साथ देश भर के तमाम राज्यों में शराब के ठेके संचालित करने वाले लिकर किंग लल्ला और लक्ष्मी नारायण शिवहरे कभी शराब के ठेकों पर सेल्समैन ही थे।
शराब के कारोबार में पैर जमाने के लिए उन्होने बोतल बेचने से लेकर शराब की फैक्ट्री तक चलाई। महज 15 से 20 सालों में उन्होने इस कारोबार में खुद की बादशाहत कायम कर ली।
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की टीम ने गुरुवार सुबह ग्वालियर के शराब कारोबारी शिवहरे ग्रुप के 4 राज्यों में 55 ठिकानों पर छापे मारे। डिपार्टमेंट को शिवहरे ग्रुप द्वारा करोड़ों रुपए की टैक्स चोरी का शक है। मप्र के ग्वालियर के रहने वाले लक्ष्मीनारायण और लल्ला शिवहरे के 55 ठिकानों पर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने छापामार कार्रवाई की है। इसमें करोड़ों की टैक्स चोरी की संभावना जताई जा रही है।
इन चार राज्यों में छापे
इन्कम टैक्स की अलग-अलग टीमों ने गुरुवार सुबह शिवहरे ग्रुप के उत्तर प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के ठिकानों पर रेड की।मध्य प्रदेश के भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, सागर, बैतूल, शिवपुरी, कोलारस और सतना के ठिकानों पर इन्कम टैक्स टीमें पहुंची।
सूत्रों के मुताबिक, आईटी डिपार्टमेंट को शक है कि ग्रुप ने करोड़ों की टैक्स चोरी की है। हालांकि, पूरी जानकारी कार्रवाई के बाद ही सामने आ पाएगी।
इनके ठिकानों पर कार्रवाई
ग्रुप के जिन लोगों से जुड़े ठिकानों पर छापे मारे गए हैं उनमें ग्वालियर के लक्ष्मीनारायण शिवहरे, आकाश शिवहरे, आशीष शिवहरे हैं। इसके अलावा शिवपुरी के रंजीत शिवहरे, बैतूल के रणजीत शिवहरे, कोलारस के रविन्द्र शिवहरे शामिल हैं। इसके अलावा दाल बाजार में वेदप्रकाश गोयल के गोयल कोल्ड स्टोरेज पर भी छापा मार कार्रवाई चल रही है।
ग्वालियर की शराब दुकान पर था सेल्समेन
55 साल के लक्ष्मीनारायण शिवहरे और उनके वर्तमान पार्टनर लल्ला शिवहरे शराब दुकान पर सेल्समेन हुआ करते थे। फिर 20 साल के भीतर देश के आधा दर्जन राज्यों में शराब की दुकानों का ठेकेदार बन गए। सूत्र बताते हैं कि शिवहरे बंधुओं का कारोबार एमपी समेत यूपी, राजस्थान, झारखंड, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में करीब दो सौ से अधिक दुकान तक फैला हुआ है।
शिवहरे परिवार तय करता था आबकारी की नीति
देखते ही देखते शिवहरे परिवार की पकड़ सरकार में भी अच्छी खासी हो गई थी। हर साल कई राज्यों की आबकारी नीति तय करने में अहम योगदान रहता था। सरकार इनकी सहमति से ही नीति तय कर लागू करने लगी। इनका कारोबार भोपाल ब्रेवरीज एंड डिस्टलरीज प्राइवेट लिमिटेड के नाम से है। इसका मुख्यालय ग्वालियर में है। लक्ष्मीनारायण के मालावा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट नाम से मप्र के कई शहरों में कॉलेज भी हैं।
मां की हो गई थी हत्या
लल्ला शिवहरे मूल तौर पर दतिया जिले के गांव के जिगना के रहने वाले हैं। पिछले साल मार्च में उनकी 90 साल की मां राजाबेटी की अज्ञात बदमाशों ने हत्या कर उनके गहने लूटकर फरार हो गए थे। इसी तरह लक्ष्मीनारायण मूल तौर पर श्योपुर के रहने वाले हैं। वे श्योपुर में ही एक शराब दुकान में सेल्समेन हुआ करते थे। बाद में दोनों ने साथ काम शुरू कर दिया था।