इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने पंजाब के पठानकोट वायु सैनिक अड्डे पर हुए आतंकी हमले की जांच के लिए ज्वाइंट इंवेस्टिगेशन टीम (जेआइटी) का गठित करने का फैसला किया है।
पाक प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने अपने खुफिया प्रमुख को इस मामले की जांच के लिए टीम बनाने को कहा है। यह ताजा जानकारी एक स्थानीय मीडिया रिपोर्ट से मिली है।
रिपोर्ट के मुताबिक जेआइटी भारत द्वारा लगाए गए उन आरोपों की तहकीकात करेगी,जिसमें भारत सरकार ने हमले की साजिश के लिए पाकिस्तान में बैठे आतंकियों को जिम्मेदार ठहराया है।
पठानकोट हमले के बाद भारतीय विदेश मंत्रालय ने साफ कर दिया है कि पाकिस्तान यदि भारत द्वारा दिए सुरागों पर कार्रवाई करेगा,तभी आगे बात होगी। इसके साथ अमरीका ने भी पाकिस्तान से भारत में हुए इस आतंकी हमले की त्वरित जांच किए जाने का दबाव बनाया है।
बढते दबाव के बीच शरीफ ने आला अधिकारियों के साथ पठानकोट हमले को लेकर दो बार उच्च स्तरीय मीटिंग की। शरीफ की अध्यक्षता में हुई एक उच्चस्तरीय बैठक में संयुक्त जांच टीम गठित करने का निर्णय लिया गया जिसमें इंटेलीजेंस ब्यूरो, आईएसआई, और मिलिटरी इंटेलीजेंस के अधिकारी शामिल होंगे।
इस बैठक में गृहमंत्री चौधरी निसार अली खान, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल नसीर खान जांजुआ, विदेश मामलों पर प्रधानमंत्री के विशेष सलाहकार सरताज अजीज, विदेश मामलों पर प्रधानमंत्री के विशेष सहायक तारिक फातेमी और वित्त मंत्री इसहाक डार भी सम्मिलित हुए।
सूत्र बताते हैं कि शरीफ ने सेना प्रमुख जनरल राहील से भी विमर्श किया है और संयुक्त जांच टीम गठित करने के फैसले में उन्हें भी शामिल किया है।
आतंकियों पर कार्रवाई से पहले नहीं होगी बात
इस बीच भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने साफ कर दिया है जब तक पाकिस्तान पठानकोट आतंकी हमले में शामिल आतंकियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं करता है तब तक उससे कोई बात नहीं की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा है कि भारत पठानकोट मामले में पाक द्वारा की गई अब तक की कार्रवाई से भारत संतुष्ट है।