लखनऊ/अयोध्या। विश्व हिन्दू परिषद भारतीय नववर्ष वर्ष प्रतिपदा से मंदिर आन्दोलन को नई रणनीति के तहत धार देगा। उस समय जहां देशभर में चैत्र नवरात्र के धार्मिक अनुष्ठानों की धूम होगी वहीं विहिप इस अनुष्ठान को मंदिर आन्दोलन के लिए मुफीद मान रही है।
इसकी शुरूआत सात अप्रेल से होगी। देशभर में सात अप्रेल से शुरू होकर अनुष्ठान एक सप्ताह चलेगा। अनुष्ठान के समापन पर विहिप के पदाधिकारी लोगों को अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का संकल्प दिलायेंगे।
वहीं सपा के मंत्रियों द्वारा दिए गए बयानों पर विहिप ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। विहिप के प्रान्तीय मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने कहा शिवपाल यादव हों या उनके भ्राता या फिर उनके आका सभी मात्र वोटों के लिए अपनी डुगडुगी पीटने में सक्रिय हैं।
अयोध्या में रामजन्म भूमि न्यास द्वारा मंदिर निर्माण के लिए पत्थरों की नक्काशी का कार्य लगातार 1990 से चल रहा है। ईट रखने की बात क्या करते हैं, यादवजी हिन्दू समाज तो बड़े-बड़े नक्काशी किए शिलाखंडो को रखकर मंदिर बनाने वाला है।
उन्होंने कहा हिन्दू समाज को धमकाने का कार्य बंद करे राम भक्त न्यायालय की अवमानना नहीं कर रहे हैं बल्कि आप अपनी चालाकियों से लोगों को गुमराह कर रहे हैं।
राम मंदिर की चर्चा उठते ही तथाकथित समाजवादियो सहित देश के कथित सेक्यूलर बिरादरी के पेटों में भयंकर पीड़ा उठने लगती है। उन्होंने कहा रामजन्म भूमि पर विराजमान राम लला अपने स्थान पर है आप के अंदर ताकत हो तो उन्हें उनके स्थान से हिला कर ही दिखा दे।
उन्होंने कहा तुष्टीकरण की हांडी चढा कर 2017 के चुनावों को जीतने के लिए सम्पूर्ण प्रदेश में समाजवादी पार्टी हिन्दुओं का दमन करा रही है तभी तो हिन्दुओ के धार्मिक उत्सव में अशांति तथा हिन्दू का सिर कलम करने की सुपारी देने वालो को संरक्षण देती आ रही है और पीडि़तों को को दंड, यह शिलशिला, वह चुनाव तक जारी रखेगी, यह समाजवादी सरकार के मंत्रियों के बयानों से साफ झलकता है।