कानपुर। कानपुर शहर के घाटमपुर थानाक्षेत्र में बदमाशों ने हत्यारोपी की पत्नी को गोली मारकर निमृम हत्या कर दी। जिस समय यह वारदात हुई हैं उसके साथ उसकी जेठानी साथ में मौजूद थी।
हत्यारोपी वारदात अजांम देने के बाद फयरिंग करते हुए भाग निकले। जेठानी ने घटना की जानकारी पुलिस को दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने फारेंसिक टीम की मदद से साक्ष्य जुटाकर शव को पोस्टमार्टम भेज दिया, मामला पुरानी रजिंश मानकर पुलिस जांच में जुट गई।
पालपुर गांव निवासी बाबूराम पाल और उसका भाई गंगाराम 2012 में हुए एक मर्डर के आरोप में जेल में बन्द है। सोमवार की रात हत्यारोपी बाबूराम की पत्नी बसंती (45) अपनी जेठानी राजाबेटी के साथ गांव के खेत में पानी लगाने के लिए गई थी।
उसी दौरान चार बदमाश खेत पहुंचे और महिलाओं से झगड़ा करने लगे। जिसका विरोध बंसती को भारी पड़ गया और बदमाशों ने सिर पर तमंचे से सटाकर गोलियां मार दी। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
गोली की आवाज सुनकर ग्रामीणों में घरों से निकल कर खेत की ओर भागे। जहां बदमाश फायरिंग कर जेठानी राजाबेटी को जानमाल की धमकी देकर भाग निकले। आंखों के सामने देवरानी का मर्डर देख राजाबेटी बदहवाश हो गई।
बंसती का खून से लथपथ शव देखकर ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही एसओ एके सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। उन्होंने शव को कब्जे में ले लिया और जांच के लिए फारेंसिक टीम को बुलाया। टीम ने साक्ष्य जुटाते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
पुलिस की पूछतांछ पर यह पता चला है कि मृतका की जेठानी छिदाना पूर्व में ग्राम प्रधान रह चुकी हैं। एसओ ने बताया कि इस हत्याकांड के दो बिन्दू प्रकाश में आए है पहला प्रधानी की चुनावी रंजिश और दूसरा जिस हत्याकांड में बसंती का पति और जेठ जेल में बंद हैं। फिलहाल पीडि़त परिवार की तरफ से तहरीर लेकर मामले की जांच की जा रही है।