झांसी। मां पर ऐसा कौन सा पहाड़ टूट पड़ा था कि उसने अपने तीन मासूमों को फांसी पर लटका दिया और खुद भी फंदे से झूल गई। एक ही परिवार के चार लोगों की जान चले जाने से क्षेत्र के लोग गमगीन है।
सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस घटना को लेकर असमंजस में है। सीओ इस घटना को प्रथम दृष्टया गृह कलह लेकर जांच में जुट गए हैं वहीं वे इस खौफनाक कदम के पीछे आर्थिक तंगी को भी कारण मानने से इंकार नहीं कर रहे। घटना के वक्त पति व सास-ससुर एक मेले में दुकान लगाने गए थे।
थाना ककरबई के थानाक्षेत्र के ग्राम कचीर निवासी महबूब खां चूडि़यों का छोटा व्यापारी है। उसके परिवार का भरण पोषण चूडि़या बेच करता है। वह हाल में ग्राम इस्किल में पट्ठा मेला में दुकान लगाए हुए है।
रोजाना की तरह वह शुक्रवार को महबूब खां अपने माता-पिता के साथ मेले में दुकान लगाने निकला था। घर पर उसकी पत्नी नजमा बानो व उसके तीन बच्चे 8 वर्षीय बड़ी लड़की फिजा, 6 साल का बेटा परवेज व सबसे छोटा बेटा 4 वर्ष अरमान घर पर थे।
नजमा बानो को दिन में न जाने क्या सूझाी कि उसने एक एक कर पहले अपने तीनों बच्चों को फांसी पर लटका दिया इसके बाद अंत में स्वयं भी फांसी पर झूल गई। इस घटना की जानकारी आसपास के लोगों को तब हुई जब वह लोग उसके घर पहुंचे ओर अंदर से कोई आवाज न आने पर भीतर दाखिल हुए।
अंदर का मंजर देख पड़ोसी स्तब्ध रह गए। उक्त घटना क्षेत्र में आग की तरह फैल गई। इस घटना से पूरा क्षेत्र गमगीन हो गया। सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने सभी शवों को कब्जे में लिया तथा घटना की जानकारी ली।
इस संबंध में गरौठा सीओ अविनाश गौतम ने बताया कि मामले की छानबीन की जा रही है तथा प्रथम दृष्टया मामला पारिवारिक कलह का सामने आया है। आसापास के लोगों ने बताया कि उसकी शादी 10 साल पहले हुई थी तथा मृतका का मायका छतरपुर है। उसके मायके पक्ष को सूचना दे दी गई है। उनके आने पर ही मामला स्पष्ट होगा। इधर, मृतका के पति को भी जानकारी दी गई।
आर्थिक तंगी भी हो सकता है कारण
इस हृदयविदारक घटना में एक और मामला सामने आ रहा है। माना जा रहा है कि आर्थिक तंगी के कारण नजमा बानो ने ऐसा किया। फिलहाल, इस बारे में प्रशासनिक अधिकारी चुप्पी साधे रहे और मामला पारिवारिक कलह का दर्शाते रहे। वहीं, क्षेत्रवासियों ने बताया कि उसका परिवार इसी छोटे कारोबार से चलता है तथा भरण करने में मुश्किल होती थी।