पटना। बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड के चार विधायकों की सदस्यता शनिवार को समाप्त कर दी गई। विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी ने इस मामले में सुनवाई पूरी करने के बाद अपना फैसला सुनाया।…
चौधरी ने जद यू के बाढ़ से विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एक समय बेहद करीबी रहे ज्ञानेन्द्र सिंह ज्ञानू, महुआ के विधायक रविन्द्र राय, छातापुर के विधायक नीरज कुमार बबलू और घोसी के विधायक राहुल शर्मा की विधानसभा की सदस्यता समाप्त कर दी।
वहीं बबलू ने भी कहा कि नीतीश कुमार के इशारे पर विधान सभाध्यक्ष ने गैर कानूनी फैसला सुनाया है। उन्हाेंने कहा कि सभाध्यक्ष से उन्हें न्याय नहीं मिला लेकिन न्यायालय पर उनका पूरा भरोसा है और उन्हें विश्वास है कि वहां अवश्य न्याय मिलेगा। जदयू के बागी नेता रविन्द्र राय ने कहा कि नैतिकता की पाठ पढ़ाने वाले नीतीश कुमार अनैतिक कार्य कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इसी तरह भ्रष्टाचार को लेकर कुमार सिर्फ बड़ी बड़ी बातें हीं करते रहते हैं लेकिन जब वह मुख्यमंत्री के पद पर थे और वित्त विभाग उनके जिम्मे था तब बिहार की जनता की गाढ़ी कमाई को उनके करीबियों ने लूट लिया। इस बीच मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी से जब पत्रकरों ने जदयू के चार विधायकों की सदस्यता समाप्त करने के फैसले के बारे में प्रतिक्रि या जानने की कोशिश की तब उन्होंने इसपर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया।
इसी तरह विधान सभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी और राज्य के वन एवं पर्यावरण मंत्री पीके शाही ने भी इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार किया। गौरतलब है कि राज्यसभा उप चुनाव के समय जद यू के इन चारों विधायकों समेत 18 विधायकों ने पार्टी के घोषित उम्मीदवार के खिलाफ मतदान किया था। इसपर संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने विधान सभाध्यक्ष को लिखित शिकायत कर आठ विधायकों की सदस्यता रद्द करने का आग्रह किया था। सभाध्यक्ष ने इस मामले पर कई बार सुनवाई कर विधायकों का पक्ष जाना और उसके बाद अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। चार अन्य विधायकों की सदस्यता समाप्त करने के मामले पर सुनवाई जारी है।