मुंबई। एक्ट्रेस कंगना रनौत अभिनेत्री कंगना रनौत ने अपनी जिंदगी के कई चौंकाने वाले राज खोल दिए हैं। उनका कहना है कि बॉलीवुड की ‘क्वीन’ बनने के लिए काफी भारी कीमत चुकानी पड़ी है। इस दौरान उनका अनेक बार शारीरिक शोषण हुआ है। तरह- तरह की यातनाएं सहीं। वह भी तब जब वे केवल 17 साल की थीं।
कंगना अब अपने जीवन के संघर्ष पर किताब लिखना चाहती हैं, जिसमें उनके फिल्मी करियर से पहले और बाद की जद्दोजहद शामिल है। पत्रकार बरखा दत्त की किताब ‘द अनक्वाइट इंडिया’ के विमोचन पर मौजूद कंगना ने कहा कि जिस तरह से मैं अपनी असफलता से जूझी हूं, वह काफी गंभीर है और मैं इस बारे में किताब लिखना चाहती हूं।
कंगना ने कहा कि मैंने करीब 10 साल तक संघर्ष किया है और मुझे लगता है कि आज जो मैं हूं, इसी की बदौलत हूं। जब आप कुछ हारते हैं और असफल होते हैं, तो उस पल में भी आप अपने आत्मसम्मान को किस तरह बरकरार रखते हैं, यह अधिक महत्वपूर्ण है।
फिल्म जगत में कदम रखने से पहले कंगना डॉक्टर बनना चाहती थीं। उनका कहना है कि स्कूल से ही सफलता और कक्षा में प्रथम आना उनके लिए महत्वपूर्ण रहा है और ऐसा न होने पर उन्होंने अपने अभिभावकों का गुस्सा भी झेला है।
इस पर कंगना ने कहा कि हमें अपने बच्चों को सिखाना चाहिए कि असफल होने में कुछ भी गलत नहीं है। कुछ भी हमेशा के लिए नहीं रहता और इस तरह का आत्मविश्वास होना जरूरी है।
‘क्वीन’ और ‘तनु वेड्स मनु’ जैसी सुपरहिट फिल्में देने वाली कंगना के अनुसार जब वह इंडस्ट्री में नई-नई भी आई थीं तब ‘एक शख्स, जो निश्चित रूप से मेरे पिता की उम्र का रहा होगा, उसने मुझ पर जोर से वार किया। इससे मैं सिर के बल फर्श पर जा गिरी। खून बहना प्रारम्भ हो गया… तत्पश्चात् मैंने अपनी सेंडल उठाई और उसके सिर पर जोर से मारा और उसका भी खून बहना प्रारम्भ हो गया।
उन्होंने बताया कि, ‘मेरे लिए वो बहुत मुश्किल और बेहद ही बुरा वक्त था। वो मेरे करियर का शुरुआती दौर था, जब मेरा शारीरिक शोषण हुआ। यहां मैं इस घटना की डिटेल में नहीं जाना चाहूंगी। इस प्रकार जब कंगना से पूछा गया कि क्या वह शख्स फिल्म इंडस्ट्री से ही है, तो उन्होंने कहा कि तब मैंने अपने आपको फंसा हुआ फील किया।
मालूम हो कि कंगना बॉलीवुड की ऐसी अभिनेत्री हैं जिन्होंने कम उम्र में ही बुलंदियां छूनी प्रारम्भ भी कर दीं थीं। करियर के शुरुआती दौर में ही कंगना का नाम अभिनेता आदित्य पंचोली के साथ सुर्खियों में रहा। कई साल तक दोनों की दोस्ती और प्यार को दर्शाती तस्वीरें मीडियां में छाई रहीं।
कंगना ने कहा कि जिस तरह से मैं अपनी असफलता से जूझी हूं, वह काफी गंभीर है और मैं इस संबंध में किताब भी लिखना चाहती हूं। मैंने लगभग 10 वर्ष तक संघर्ष किया है और मुझे लगता है कि आज जो मैं हूं, इसी की बदौलत हूं। जब आप कुछ हारते हैं और असफल होते हैं, तो उस पल में भी आप अपने आत्मसम्मान को किस तरह बरकरार रखते हैं, यह अधिक महत्वपूर्ण है।
फिल्म जगत में पांव रखने से पूर्व कंगना डॉक्टर बनना चाहती थीं। उनका कहना है कि विद्यालय से ही सफलता और कक्षा में प्रथम आना उनके लिए काफी अहम रहा है और ऐसा न होने पर उन्होंने अपने अभिभावकों का क्रोध भी झेला है। इस पर कंगना ने कहा कि हमें अपने बच्चों को सिखाना चाहिए कि असफल होने में कुछ भी गलत नहीं है। इस तरह कुछ भी हमेशा के लिए नहीं रहता और इस तरह का आत्मविश्वास होना बेहद आवश्यक भी है।