नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस के पहले आतंकी हमले की प्लानिंग करते जिस अखलाक को अरेस्ट किया गया है उसके बारे में एक अंग्रेजी अखबार का दावा है कि फेसबुक की एक पोस्ट के जरिए वह आईएस के संपर्क में आया था।
समाचार पत्र की माने तो छह दिसंबर 2014 को अखलाक ने बाबरी विध्वंस के बारे में हर ओर सुनकर फेसबुक पर एक पोस्ट डाली थी। उसने अपना सारा गुस्सा इस पोस्ट में निकाल दिया। सात दिसंबर 2014 को उसके पास एक फेसबक मैसेज आया जो युसुफ नाम के आदमी ने भेजा था।
मैसेज में उसने अखलाक की तारीफ की तथा उसे हिम्मत वाला बताया। उनसे खुद का परिचय धर्मोपदेशक के रूप में दिया। उसने अखलाक को मिलने के लिए बुलाया और फिर दोनों अकसर बातें करने लगे।
उससे बात करने के बाद अखलाक को लगा कि वह ‘बड़े काम’ करने के लिए पैदा हुआ है। युसुफ उसकी बातें सुनता था और मुस्लिमों पर हो रहे अत्याचारों के बारे में बात करता था। उसने अखलाक को लड़ने के लिए प्रेरित किया।
इसके बाद अखलाक के कुछ छोटे टेस्ट हुए और कुछ छोटे काम भी कराए गए। इसके बाद उससे कहा गया कि उसे सीरिया भेजा जाएगा और आईएस में शामिल कर लिया जाएगा।