नई दिल्ली। नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के यादगार मौके पर भारतीय राष्ट्रीय अभिलेखागार ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस से संबंधित 25 गुप्त फाइलों की डिजिटल कॉपी को हर महीने सार्वजनिक तौर पर उपलब्ध कराने की योजना बनाई है।
इस कड़ी में शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नेताजी से संबंधित 100 सीक्रेट फाइलों को नेताजी के परिजनों की मौजूदगी में सार्वजनिक करेंगे। इनमें एक चिट्ठी वह भी होगी, जिसमें तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने बोस के लिए युद्ध अपराधी शब्द का इस्तेमाल किया था।
बताया जा रहा है कि पहली किश्त में 100 और इसके बाद हर महीने 25-25 फाइलों को सार्वजनिक किया जाएगा। लेकिन उससे पहले ब्रिटेन के तत्कालीन प्रधानमंत्री को पंडित जवाहरलाल नेहरू की लिखी वो चिट्ठी सार्वजनिक हो गई है जिसमें नेताजी सुभाष चन्द्र बोस को वॉर क्रिमिनल मतलब युद्ध अपराधी लिखा गया है।
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक पीएम मोदी द्वारा शनिवार को जारी किए जाने वाले दस्तावेजों में एक चिट्ठी ऐसी भी है जो जवाहर लाल नेहरू ने इंग्लैंड के तत्कालीन प्रधानमंत्री क्लीमेंट एटली को लिखी थी। इस चिट्ठी में नेहरू ने नेताजी सुभाषचंद्र बोस को वॉर क्रिमिनल लिखा था।
ये चिट्ठी नेहरू ने 27 दिसंबर 1945 को लिखी गई थी। लेकिन इसके नीचे नेहरू का सिर्फ नाम लिखा है। उनका कोई दस्तखत नहीं है। इसलिए इस चिट्ठी की प्रमाणिकता को लेकर संदेह भी है। चिट्ठी में नेहरू ने एटली को लिखा था कि मुझे अपने भरोसेमंद सूत्र से पता चला है कि सुभाष चंद्र बोस जो आपके वॉर क्रिमिनल हैं।
उन्हें स्टालिन ने रूसी सीमा में दाखिल होने की मंजूरी दे दी है। यह रूस द्वारा साफ-साफ किया गया धोखा है, क्योंकि रूस ब्रिटिश-अमरीका गठबंधन का भी दोस्त है। रूस को ऐसा नहीं करना चाहिए था। आप इस पर ध्यान दें और जो सही लगे वो कार्रवाई करें।