जयपुर। असहिष्णुता पर फिल्मकार करण जौहर द्वारा की गई टिप्पणी ने राजनीतिक घमासान शुरू कर दिया है। कांग्रेस ने जहां मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए उसपर अािव्यक्ति की आजादी का गला घोंटने का आरोप लगाया वहीं भाजपा ने आलोचना को खारिज करते हुए कहा कि भारत सबसे सहिष्णु देश है।
असहिष्णुता पर बहस में कूदते हुए जौहर ने कहा कि मेरा मानना है कि अभिव्यक्ति की आजादी दुनिया में सबसे बड़ा मजाक है। मुझे लगता है कि लोकतंत्र दूसरा सबसे बड़ा मजाक है। उन्होंने यहां चल रहे जयपुर साहित्य महोत्सव में कहा कि मुझे वास्तव में हैरानी है कि हम लोकतांत्रिक कैसे हैं? अभिव्यक्ति की आजादी कैसे है? एक फिल्मकार के तौर पर मैं हर स्तर पर चाहे वह पर्दे पर कुछ दिखाना हो या कुछ लिखना हो, खुद को बंधा हुआ महसूस करता हूं।
कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने राजग सरकार पर हमला करते हुए कहा कि मोदी सरकार बुद्धिजीवियों के खिलाफ है। वे उदार आवाजों के खिलाफ हैं। हर कहीं तनाव बढ़ रहा है। सरकार के प्यादे अनुपम खेर के अलावा दूसरे सभी कलाकार, चित्रकार, फिल्मकार कह रहे हैं कि यह सरकार बुद्धिजीवियों के खिलाफ है। केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा ने जवाब में कहा कि पूरी दुनिया देख रही है कि भारत सबसे सहिष्णु देश है।
केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने भी कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि जो भारत की सहिष्णुता पर सवाल खड़े कर रहे हैं, उनमें देश की संस्कृति और परंपराओं का कोई ज्ञान नहीं है। वे निरक्षर हैं। यह सच है कि चुनावों की घोषणाएं होते हीं असहिष्णुता का मुद्दा सिर उठाता है।
तिवारी ने उनके दावों को खारिज करते हुए कहा कि यह हर उस व्यवहार के खिलाफ है जो उदारवादी और इस तरह की सभी विचारधाराओं को आगे ले जाना चाहते हैं। तिवारी नेे कहा कि अगर सभी दूसरे कलाकार, अभिनेता, फिल्मकार एवं लेखक कह रहे हैं कि यह सरकार बुद्धिजीवियों के खिलाफ है और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर अंकुश लगाना चाहती है तो यह जरूर सच होगा। सच्चाई को किसी भी सबूत की जरूरत नहीं होती।
जौहर ने अपनी जीवनी ‘एैन अनसूटेबल बॉय’ लिखने वाली लेखिका पूनम सक्सेना और लेखिका-स्तंभकार शोभा डे के साथ बातचीत के दौरान शुक्रवार को कहा कि उन्हें महसूस होता है कि भारत एक ‘मुश्किल देश’ है जहां किसी के व्यक्तिगत जीवन के बारे में बात करने पर लोग सलाखों के पीछे जा सकते हैं। हाल में शाहरूख खान और आमिर खान देश में ‘बढ़ती असहिष्णुता’ के खिलाफ बोलने पर विवादों में आ गए थे।
समलैंगिकता दोस्ताना और विवाहेतर संबंधों कभी अलविदा ना कहना जैसे विवादित विषयों पर फिल्म बना चुके निर्माता-निर्देशक ने कहा कि मुझे लगता है कि मैं जहां कहीं भी जाता हूं, मेरे लिए हमेशा किसी न किसी तरह का कानूनी नोटिस इंतजार कर रहा होता है। उन्होंने पिछले साल मुंबई में हुए एआईबी रोस्ट को लेकर मचे विवाद की तरफ संकेत करते हुए कहा कि मैं एक तरह का एफआईआर किंग बन गया हूं।