नई दिल्ली। भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को 420 बीस और मोहम्मद बिन तुगलक बताते हुए भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए है।
स्वामी ने दिल्ली सरकार द्वारा निगम कर्मचारियों को वेतन न दे पाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाने की अपील की है साथ उन्होंने गुरुवार को उपराज्यपाल नजीब जंग से मुलाकात करके दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत मुकदमा चलाने की इजाजत मांगी है।
सुब्रमण्यम स्वामी ने गुरुवार को ट्वीट करके कहा कि आप पार्टी पाप की पार्टी है और देश की जनता इस पाप पार्टी को बहुत जल्द शाप देगी, तब इस पार्टी को अपने बाप की याद आएगी।
इसके अलावा स्वामी ने राजनिवास पर उपराज्यपाल नजीब जंग से मुलाकात के दौरान एक पत्र भी दिया है। इस पत्र में स्वामी ने उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पर भी मुकदमा चलाने की इजाजत मांगी है।
उन्होंने कहा कि उपमुख्यमंत्री ने अपनी पहली सरकार में वित्त मंत्री के तौर पर वैट की उल्लंघनकर्ता एक निजी फर्म को लाभ पहुंचाया था। उन्होंने आरोप लगाया कि सिसोदिया ने गैर कानूनी तौर पर मैसर्स एसकेएन एसोसिएट्स लिमिटेड को फायदा पहुंचाया। इस कंपनी का नाम मूल्य वर्धित कर का उल्लंघन करने वालों की सूची में था, जो 28 दिसंबर 2013 को केजरीवाल के सत्ता संभालने से 10 दिन पहले जारी की गई थी।
स्वामी के मुताबिक केजरीवाल और सिसोदिया ने मैसर्स एसकेएन एसोसिएट्स लिमिटेड से सरकारी खजाने के लिए वसूली करने की बजाय इससे आप पार्टी के लिए चंदा मांगना शुरू कर दिया।
उन्होंने बताया कि एसकेएन एसोसिएट्स की चार सहयोगी कंपनियों ने आप को कुल दो करोड़ रूपए अदा किए हैं। स्वामी ने आरोप लगाया कि फर्म के साथ बिजली के उपकरण, एयरकंडिशनर और एलपीजी तथा सीएनजी सामग्री की आपूर्ति सहित विभिन्न अनुबंध दिए गए।
दोनों आप नेताओं पर मुकदमा चलाने की इजाजत मांगने संबंधी पत्र में स्वामी ने इसे पद और सार्वजनिक धन का दुरूपयोग बताया है, जो भ्रष्टाचार निरोधक कानून की धारा 13 (1) (डी) के तहत आता है।