कोलकाता। आसन्न विधानसभा चुनाव में जीत को लेकर आश्वस्त नजर आ रही सत्तारूढ तृणमूल कांग्रेस चुनाव में बहुत से नये चेहरों को उतार सकती है।
पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार विवादों से नाता रखने वाले निवर्तमान विधायकों के टिकट काटे जा सकते हैं। इनमे राज्य के कुछ मंत्री भी शामिल हैं।
तृणमूल नेतृत्व इस चुनाव में स्वच्छ छवि वाले उम्मीदवारों को तरजीह देना चाहता है। इसके साथ ही स्थानीय राजनीतिक समीकरण तथा उम्मीदवार की व्यक्तिगत लोकप्रियता के आधार पर भी उम्मीदवारों का चयन हो सकता है।
उल्लेखनीय है कि तृणमूल सरकार के पहले कार्यकाल के दौरान qसडिकेट व आंतरिक गुटबाजी से परेशान रही है। इसके अलावा कुछ नेताओं व कार्यकर्ताओं की करतूतों से भी पार्टी को कई बार शर्मसार होना पडा है। पार्टी के कई नेताओं का नाम चिटफंड घोटालों से जुड चुके हैं।
पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी ऐसे नेताओं को अलग रख कर विधानसभा चुनाव में उतरना चाहती हैं। दूसरी तरफ चुनाव के नजदीक आते ही अन्य दलों के कुछ नेता भी सत्ता पक्ष की ओर उन्मुख हो रहे हैं।
अब्दुल रज्जाक मोल्ला, उदयन गुह, अजमल हुसैन जैसे वामपंथी नेता तृणमूल के निकट आ चुके हैं। दूसरी तरफ उद्योग-व्यापार, खेल व फिल्म जगत से जुडी कुछ हस्तियां भी ममता बनर्जी के संपर्क में है।
पहाड में गोरखा जनमुक्ति मोर्चा से अलग हो कर अपनी पार्टी बना चुके विधायक हरका बहादुर क्षेत्री के साथ मिल कर तृणमूल वहां इस चुनाव में अतीत से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद कर रही है। ऐसे में तृणमूल के उम्मीदवारों की सूची में नए चेहरों का शामिल किया जाना स्वभाविक माना जा रहा है।