कानपुर। फीलखाना थानाक्षेत्र में शनिवार की देर रात हथियारों से लैस तीन लुटेरों ने जीरा कंपनी की फर्म में धावा बोल दिया और 14 लाख कैश लूटकर भागने लगे। वारदात को अंजाम देकर भाग रहे लुटेरों को पब्लिक ने दौड़ाकर पकड़ लिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों लुटेरों को गिरफ्तार कर लिया।
पूछतांछ पर एक लुटेरा एसटीएफ का सिपाही निकला। सिपाही थाना पुलिस पर दबाव बनाने लगा। जानकारी पर पहंुची पुलिस अधिकारियों ने सिपाही को पुलिस कस्टडी में ले लिया और जानकारी एसटीएफ के अलाधिकारियों को दी। रविवार को पहुंची एसटीएफ की टीम ने पकड़े गये सिपाही सस्पेंड कर दिया है।
फीलखाना क्षेत्र के बिरहाना रोड के पास ही गुजरात की एक प्रतिष्ठित जीरा कंपनी का आफिस बना हुआ है। शनिवार की रात आफिस का काम खत्म होने पर मैनेजर ग्राहको से मिले पैसे की गिनती कर रहा था। इसी दौरान तीन लुटेरे हथियार लेकर आफिस में आ गये और सबको बंधक बना लिया।
बंधक बनाने के बाद मैनेजर द्वारा गिने जा रहे 14 लाख रुपये को लूट लिया और जानमाल की धमकी देते हुए भागने लगे। इसी बीच मौका पाकर एक कर्मचारी बाहर निकला और मदद के लिए चिल्लाने लगा। शोर सुनकर क्षेत्रीय ने भाग रहे लुटेरों के पीछे दौड़ पड़े और कुछ दूरी पर दबोच लिया और उनकीं धुनाई शुरु कर दी। सूचना पर फीलखाना पुलिस पहुंची और भीड़ के चंगुल से छुड़ाकर लुटेरों को थाने ले आई। एक लुटेरा भीड़ को गच्चा देकर भाग निकला।
सूत्रों की मानें तो लुटेरों के पास से लूटी गई रकम का एक बड़ा हिस्सा भी बरामद हो गया है। करीब तीन लाख रुपए लेकर एक लुटेरा भाग निकला। पुलिस सूत्रों की मानें तो पकड़े गए लुटेरों में एसटीएफ का सिपाही अमरेंद्र सिंह शामिल है। मामला विभाग से जुड़ा होने से एसओ ने अलाधिकारी को जानकारी दी। जिसके बाद कई बड़े अफ्सर थाने पहुंच गये।
सीओ ओपी सिंह ने बताया कि मामले की जानकारी कप्तान व एसटीएफ के अधिकारियों को दे दी गयी है और सिपाही को पुलिस कस्टडी में लेकर पूछतांछ की जा रही है। रविवार को एसटीएफ इंस्पेक्टर पंकज अवस्थी ने बताया कि मामले की जानकारी अधिकारियों को दे दी गयी है, जिसके बाद उन्होंने सिपाही को तत्काल निलबिंत कर दिया है। वहीं थाना पुलिस सिपाही से और पूछतांछ के लिए कोर्ट से रिमांड की अपील करेगी। विशेष सूत्रों की माने तो इस लूट में कई और नाम भी सामने आने की आशंका जताई जा रही है।