नई दिल्ली। देश की सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया ने दिव्यांग महिला को व्हीलचेयर नहीं उपलब्ध कराने संबंधी खबरों का खंडन किया है। वहीं महिला का आरोप है कि एयर इंडिया की बदइंतजामी की बदौलत उन्हें पैसेंजर बस तक घिसटकर जाना पडा था।
घटना उस समय प्रकाश में आई जब एयर इंडिया ने शनिवार देर रात एक बयान जारी कर दिव्यांग महिला के आरोप का खंडन किया। बयान में कहा कि यात्री की सुरक्षा और सहूलियत अपनी प्राथमिकता है।
विमान कुछ दूरी पर रूकने के कारण दिव्यांग पैसेंजर के लिए व्हीलचेयर उपलब्ध कराने में कुछ समय जरूर लगा था। लेकिन, इस तरह की कोई घटना नहीं हुई। बावजूद इसके यदि किसी कारण यात्रियों को कोई असुविधा हुई है तो इसके लिए हमें खेद है।
दिल्ली विश्वविद्यालय की दिव्यांग एसोसिएट प्रोफेसर अनिता घई ने बताया कि वह शुक्रवार को देहरादून से अपनी चार साथियों के साथ दिल्ली के लिए एयर इंडिया की क्षेत्रीय सेवा ‘अलायंस एअर’ में सवार हुई थीं।
दिल्ली पहुंचने पर फ्लाइट कमांडर ने उन्हें सुरक्षा कारणों का हवाला देकर व्हीलचेयर मुहैया कराने से मना कर दिया। ऐसे में उन्हें पैसेंजर बस तक पहुंचने के लिए घिसटकर जाना पड़ा।