नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा के होने वाले चुनाव में बीजेपी इस बार मुख्यमंत्री का उम्मीदवार पेश किए हुए बिना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कामकाज के बलबूते मैदान में उतरेगी।…
उपराज्यपाल नजीब जंग की किसी भी पार्टी के सरकार बनाने में असमर्थता जताने के बाद विधानसभा को भंग कर चुनाव कराने की सिफारिश पर केन्द्रीय मंत्रिमंडल की मुहर लगाने के परिप्रेक्ष्य में मंगलवार को भाजपा की दिल्ली इकाई की बैठक हुई जिसमें आगे की रणनीति पर विचार विमर्श किया गया।
बैठक में भाजपा के दिल्ली प्रभारी प्रभात झा, विधायक, सांसद और अन्य नेता मौजूद थे। करीब दो घंटे चली बैठक के बाद प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की जनता को धोखा दिया और चुनाव में उन्हें इसकी कीमत चुकानी होगी।
उन्होंने भाजपा के पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने का दावा करते हुए कहा कि इस बार पार्टी की तरफ से किसी को मुख्यमंत्री उम्मीदवार के तौर पर पेश नहीं किया जाएगा। उपाध्याय ने कहा कि विधानसभा चुनाव में कोई भी भाजपा के मुख्यमंत्री का चेहरा नहीं होगा और सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि मोदी के कामकाज और उन पर विश्वास हमारा चेहरा होगा।
पिछले साल विधानसभा चुनाव में भाजपा ने डॉ. हर्षवर्धन को उम्मीदवार के तौर पर पेश किया था। पार्टी इस बार बिना किसी को मुख्यमंत्री के तौर पर पेश किए चुनाव मैदान में उतरने की बात कर रही है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि विधानसभा चुनाव भाजपा बनाम अन्य दलों के बीच होगा। दिल्ली के लोगों ने पिछले साल हुए चुनाव में केजरीवाल पर विश्वास किया और वह राजधानी की जनता के साथ धोखा करके भाग गए थे जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ेगा।