रांची। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा है कि भ्रष्टाचार से मुझे सख्त नफरत है, कोई शिकायत नहीं आनी चाहिए। कर्मचारी ऐसा काम करें जिससे राज्य की जनता को अच्छी सेवा मिल सके। गरीब जनता के टैक्स से सरकार चलती है। ईमानदारी के साथ कर्मचारी अपना दायित्व निभाएं।
कई बार रुपए लेकर ट्रांसफार्मर लगाने या काम के एवज में रुपए मांगने की बात सामने आती है, जो गलत है। दास बुधवार को प्रोजेक्ट भवन स्थित सभागार में उर्जा विभाग में नवनियुक्त बिजली अभियंताओं और कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र सौंपने के बाद उन्हें संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि पूरे राज्य को भ्रष्टाचार मुक्त बनाना है। इसकी जिम्मेवारी सिर्फ सरकार की नहीं, बल्कि सभी लोगों की है। काम के प्रति टीम भावना के साथ जुनून होना चाहिए। राज्य के सभी बेघरों को घर, दवा, बिजली सहित अन्य मूलभूत सुविधाएं मिले, कोई भूखा नहीं रहे, इस बात को ध्यान में रखते हुए काम करने की जरुरत है। मौके पर 497 लोगों को नियुक्ति पत्र सौपे गए।
2019 तक पावर हब बनेगा झारखंड
दास ने कहा कि माहौल तेजी से बदल रहा है। विकास के पथ पर राज्य अग्रसर है। सरकार का टारगेट है कि 2019 तक राज्यवासियों को गुणवत्ता के साथ बिजली का लाभ 24 घंटे मिले। पतरातू में जल्द ही 660-660 मेगावाट बिजली उत्पादन का काम शुरु हो जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत 14 वर्षों में बिजली की स्थिति सुधारने की दिशा में किसी भी सरकार ने ध्यान नहीं दिया। यह पहली बार है जब बिजली कर्मचारियों की नियुक्ति हुई और इस क्षेत्र में बेहतर काम हुआ है। उन्होंने कहा कि ट्रांसमिशन कार्य को भी दुरुस्त किया जाएगा।
हर विभाग में प्रक्रिया के आधार पर होगी नियुक्ति
दास ने कहा कि बिजली विभाग के अलावा अन्य विभागों में भी प्रक्रिया के आधार पर नियुक्ति की जायेगी। जिसका जो भी हक है उसे मिलेगा। राज्य में सबको साथ लेकर चलने की मंशा सरकार की है। उर्जा विभाग के इंफ्रास्ट्रक्चर को दुरुस्त करके आगे की प्रक्रिया अपनायी जाएगी। कार्यक्रम में सीएम के प्रधान सचिव संजय कुमार, उर्जा विभाग के प्रधान सचिव एसकेजी रहाटे, झारखंड उर्जा संचरण निगम के एमडी अमित कुमार, उर्जा वितरण निगम के एमडी राहुल पुरवार मौजूद थे।