देहरादून। भारतीय जनता पार्टी द्वारा अपनी चिर प्रतीक्षित टीम गठित कर फिलहाल कांग्रेस को सकते में डाल दिया गया है। कांग्रेस के नेतागण भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट पर अपने टीम को अटकाने और लटकाने का आरोप लगाते रहे हैं, लेकिन अजय भट्ट ने एक झटके में अपनी टीम का ऐलान कर लोगों के मुंह में ताले लगा दिए।
इस टीम के अधिकांश नेता युवा और अच्छी छवि के हैं। जिनका अपने क्षेत्र में प्रभाव तो है ही साथ ही जनता में लोकप्रियता भी है। जिसका लाभ पार्टी को आने वाले दिनों में मिलेगा। चुनाव की दृष्टि से भी इस छवि का सकारात्मक प्रभाव मिलना है।
उपाध्यक्षों की चर्चा की जाए तो इनमें दो नाम नए नवेले हैं। जिनमें विधायक पुष्कर सिंह धामी तथा राजीव भण्डारी का नाम प्रमुख है। जहां धामी तेज-तर्रार और कर्मठ विधायकों में माने जाते हैं तो वहीं राजीव भण्डारी युवा हिन्दूवादी नेताओं में हैं जो युवा संगठनों में रहकर पार्टी को काफी आगे बढ़ाने में प्रमुख रहे हैं, जबकि केदार जोशी, ज्योति प्रसाद गैरोला, मयंक गुप्ता, वरिष्ठ और अनुभवी नेताओं में से हैं, जबकि कुसुम कंडवाल महिला मोर्चा की पूर्व अध्यक्ष रह चुकी हैं। इसी प्रकार विनय रूहेला समाजसेवियों में शामिल हैं।
महामंत्रियों में अनुभवी और प्रभावशाली नरेश बंसल, दलित नेता खजान दास के साथ गजराज सिंह विष्ट को महासचिव का जिम्मा दिया गया है। विष्ट भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं।
इसी प्रकार पूर्व विधायक महेन्द्र भट्ट, विनोद कंडारी, सुनील उनियाल गामा, कुलदीप कुमार, गीता ठाकुर आदि ऐसे नाम हैं, जो पार्टी ही नहीं सामाजिक दृष्टि से अच्छे राजनेताओं में माने जाते हैं और सबके सब युवा हैं। ऐसा नहीं है कि पार्टी का संगठन केवल युवाओं पर आधारित है।
इसमें बुजुर्गों की भरपूर सहभागिता ली गई है। इनमें ज्ञान सिंह नेगी जो पूर्व महामंत्री रहे हैं उन्हें अनुशासन समिति की कमान दी गई है और प्रकाश हरबोला को उनके सचिव के रूप में चुना गया है।
इस बार प्रवक्ता पद पर मुन्ना सिंह चैहान जैसे व्यक्ति को तरजीह दी गई है जो प्रखर विधायक भी रहे हैं और नियमों और कानूनों के अच्छे जानकार होने के साथ-साथ विरोधियों को मुंहतोड़ जवाब देने में माहिर हैं।
इसी टीम में अनिल कपूर डब्बू, विनय गोयल और युवा नेता वीरेन्द्र सिंह विष्ट को शामिल किया गया है। विष्ट पहले भी मीडिया टीम में रहे हैं और युवा नेताओं में शामिल हैं। इसी प्रकार मीडिया का जिम्मा अनुभवी डा. देवेन्द्र भसीन को सौंपा गया है, जो पहले भी सरकार के मीडिया प्रभारी और सलाहकार रह चुके हैं।
उनके साथ जो टीम जुड़ी है उनमें प्रमुख समाजसेवी पी.के. अग्रवाल के साथ-साथ संघ के प्रचारक और ओ.एस.डी. रहे दीपक डिमरी तथा ओम प्रकाश जमदग्नि तथा सरदार बलजीत सिंह सोनी का नाम शामिल किया गया, जो अपने-अपने क्षेत्रों के महारथी हैं।
देखा जाए तो यह टीम अनुभवी और युवाओं की मिली जुली टीम है। जिसका लाभ आने वाले चुनाव में भाजपा उठाएगी। यह बात भी सच है कि कुछ नाम जो प्रत्याशित थे उनको शामिल नहीं किया गया है और विवादस्पद नामों से भी दूरी बनाई गई है जो अजय भट्ट की नई टीम की विशेषता होगी।