नई दिल्ली। दिल्ली से सटे ग्रेटर नोयडा में लगे ऑटो एक्सपो -2016 में वाहन निर्माता कंपनियों के पवेलियन सज गए हैं। बुधवार से शुरु हुए ऑटो एक्सपो को शुक्रवार से आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा। ऑटो एक्सपो में बुधवार और गुरुवार बिजनेस और मीडिया के लिए रहे। देश-विदेश से आई वाहन निर्माता कंपनियों की कोशिश अपने नए लॉन्च से भारतीय ग्राहकों को लुभाने की है।
सिर्फ 65 कंपनियों ने की शिरकत
भारतीय ऑटो मार्केट आधे दशक से ज्यादा समय से मंदी की मार झेल रहा है, जिसका सीधा असर ऑटो एक्सपो-2016 में साफ दिखा।
ऑटो एक्सपो में अशोक लीलेंड, ऑडी, बीएमडब्ल्यू, फोर्ड, जनरल मोटर्स, हीरो मोटोकॉप, होंडा, हुंडर्ई, यामाहा, ईसूज़ू, महिंद्रा एंड महिंद्रा, मारुति सुजुकी, मर्सिडिज़ बेंज़, निसान मोटर्स, रेनॉल्ट, सुजुकी, टाटा मोटर्स, फोक्सवैगन, टोयाटो जैसी मात्र 65 कंपनियों ने शिरकत की है।
ऑटो एक्सपो-2016 में ये तमाम कंपनियां 92 नए मॉडल्स लॉन्च करेंगी। कई कंपनियों ने खुद को सिर्फ दो नए लॉन्च तक ही सीमित कर दिया है, जो सीधा ऑटो कंपनियों की बाजार में नए ग्राहक बनाने में मुश्किलों को बताता है।
ऑटो एक्सपो में सेलेब्रिटीज
ऑटो एक्सपो-2016 में बॉलीवुड, खेल सहित कई क्षेत्र के जाने माने चेहरे दिखे। बॉलीवुड से मनोज वाजपेयी, आलिया भट्ट, जॉन अब्राहम, रनबीर कपूर, कैटरीना कैफ सहित कई फिल्म और टीवी जगत से जुड़ी हस्तियां दिखाई दीं। वहीं खेल जगत से सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली, जहीर खान, मोहिंदर अमरनाथ जैसे जाने-माने चेहरे दिखाई दिए।
गडकरी, अनंत गीते भी पहुंचे
केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और भारी उद्योग मंत्री अनंत गीते ने ऑटो एक्सपो-2016 का उदघाटन किया। इस दौरान ऑटो सेक्टर से जुड़े सभी प्रमुख संगठनों जैसे ओआईसीए, एसीएमए, एसआईएएम, सीआईआई के अधिकारियों ने मंत्रियों का स्वागत किया।
इस मौके पर केंद्रीय मंत्री अनंत गीते ने कहा कि उनकी सरकार हमेशा से उद्योग जगत को सहयोग देने वाली रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेत़त्व में ‘मेक इन इंडिया’ अभियान से भारतीय उद्योग जगत को मजबूती मिलेगी।
उन्होंने कहा कि भारत में ऑटो कंपनियों को बेधड़क निवेश करना चाहिए क्योंकि भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार के सकारात्मक संकेत मिल रहे हैं।
वहीं केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी ने कहा कि उनकी सरकार ऐसे तमाम उपाय करेगी जिससे वाहन उद्योग के विकास में रुकावट ना आए। उन्होंने कहा कि उद्योग जगत में मंदी के दौर आते है, लेकिन वाहन उद्योग जल्दी ही विकास की राह पर दौड़ेगा और इसके लिए उनकी सरकार उद्योग जगत की हरसंभव मदद करेगी।