जोधपुर। पाकिस्तान की ओर से राजस्थान के सीमावर्ती इलाकों में सामरिक क्षेत्रों की जानकारी लिए जाने के मामले सामने आने के बाद इंटेलीजेंस सकते में है। जोधपुर के महामंदिर स्थित पावटा प्रथम पोलो में मंगलवार सुबह एक मकान की छत पर कैमरा लगा ड्रोन मिलने से प्रशासन के हाथपैर फूल गए।
जांच के बाद अधिकारियों ने राहत की सांस ली कि यह किसी टेक्निकल छात्र द्वारा उड़ाया गया ड्रोन है। जिस पर कैमरा होने के साथ आस पास की तस्वीरें कैद है। महामंदिर पुलिस ने इसे जब्त कर लिया है।
सूचना पर आर्मी के कैप्टन और सीआईडी पुलिस भी पहुंच गई। मगर तसल्ली के उपरांत पुलिस जांच के लिए छोड़ दिया गया। फिलहाल महामंदिर पुलिस तफ्तीश में जुटी है। किसी प्रकार का मुकदमा दर्ज होने से इंकार किया है।
रामनिवास शर्मा के मकान की छत पर मिला
पुलिस ने बताया कि पावटा पोलो प्रथम सी मकान नंबर 111 में रहने वाले रामनिवास शर्मा के मकान पर यह ड्रोन मिला है। उनसे पूछताछ में पता लगा कि कहीं से आकर गिरा है। उसकी बैटरी चालू हालत में है।
पोलो से किले तक के दृश्य
पुलिस ने इस ड्रोन का बारीकी से निरीक्षण किया है। इसमें पावटा पोलो के ज्यादातर मकान व मेहरानगढ़ दुर्ग साफ तौर दिखाई दे रहा है। साथ ही नया तालाब को दृश्य परिलक्षित हो रहा है। सामरिक जानकारी जुटाने जैसे आलामात नजर नहीं आ रहे।
बैटरी 52 मेगाहर्ट्ज की
पुलिस ने बताया कि ड्रोन में लगी बैटरी करीबन 52 सौ मेगाहर्ट्ज की है। किसी प्रकार के व्यू लेने जैसी जानकारी इसमें नहीं मिल पाई है।
आर्मी कैप्टन व सीआईडी पुलिस पहुंची
इस ड्रोन की सूचना पर आर्मी कैप्टन व सीआईडी पुलिस भी मकान पर पहुंची और कार्रवाई की। मगर कोई विशेष जानकारी इस ड्रोन में नहीं होने पर आरंभिक कार्रवाई कर चल गए।
किसी छात्र का होने की आशंका
पुलिस ने प्रथम दृष्टया उक्त ड्रोन किसी छात्र के होने आशंका भी जताई है। पोलो और इसके आस पास आईटी के कई छात्र रहते हैं।