जयपुर। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने बुधवार को बजट के बारे में जयपुर जिले के जनप्रतिनिधियों से सुझाव लिए। इन सुझावों के आधार पर राज्य का आगामी बजट तैयार किया जाएगा।
राज्य बजट को स्थानीय आवश्यकताओं के अनुरूप बनाने की इस कड़ी में अब तक राजे जोधपुर, कोटा, बीकानेर, भरतपुर और अजमेर संभागों के जनप्रतिनिधियों से चर्चा कर चुकी हैं।
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने जयपुर को साफ, सुन्दर एवं स्वच्छ शहर बनाने पर जोर दिया। उन्होंने शहर को गंदा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विधायक, पार्षद एवं अन्य जनप्रतिनिधि आमजन को स्वच्छता के प्रति जागरूक बनाने में भागीदारी निभाएं। राजे ने कहा कि राजस्थान में जल की कमी को दूर करने के लिए राज्य सरकार फोर वाटर कंसेप्ट पर काम कर रही है।
मुख्यमंत्रीजल स्वावलम्बन अभियान को जन अभियान बनाने के लिए समाज के सभी वर्गों को भागीदारी निभानी होगी।
जनप्रतिनिधि और अधिकारी बैठक में मौजूद
उच्च शिक्षा मंत्री कालीचरण सराफ, नगरीय विकास मंत्री राजपाल सिंह शेखावत, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. अरूण चतुर्वेदी, विधानसभा उपाध्यक्ष राव राजेन्द्र सिंह, सांसद रामचरण बोहरा, राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष सुमन शर्मा, राज्य अल्पसंख्यक आयोग अध्यक्ष जसबीर सिंह, बाल अधिकार संरक्षण आयोग अध्यक्ष मनन चतुर्वेदी, देवस्थान बोर्ड अध्यक्ष एसडी शर्मा, अनुसूचित जनजाति आयोग उपाध्यक्ष जितेन्द्र मीणा, अनुसूचित जाति आयोग उपाध्यक्ष विकेश खोलिया, महापौर निर्मल नाहटा, विधायक नरपत सिंह राजवी, सुरेन्द्र पारीक, रामलाल शर्मा, मोहनलाल गुप्ता, कैलाश वर्मा, फूलचंद भिंडा, जगदीश मीणा, प्रेमचन्द बैरवा, निर्मल कुमावत, लक्ष्मीनारायण बैरवा, जिला प्रमुख मूलचंद मीणा, आवासन मंडल के अध्यक्ष एवं अतिरिक्त मुख्य सचिव ओपी मीणा, प्रमुख वित्त सचिव प्रेम सिंह मेहरा, संभागीय आयुक्त राजेश्वर सिंह, पुलिस आयुक्त संजय अग्रवाल, मेट्रो सीएमडी अश्विनी भगत, जयपुर विकास आयुक्त शिखर अग्रवाल, जिला कलेक्टर कृष्ण कुणाल सहित विभिन्न वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।