रांची। झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि हम माननीय है इसका मतलव यह नहीं है कि हम जो चाहे वह करें। हमें भी अपनी गरीमा, मयार्दाओं का ख्याल रखना जरुरी है। इस बात का ध्यान न सिर्फ माननीय विधायक बल्कि पदाधिकारियों को भी रखना चाहिए।
दास बुधवार को प्रोजेक्ट भवन स्थित नए सभागार में विधायी प्रक्रिया संबंधी एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहें थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हम सत्ता दल में है कल विपक्ष के लोग सत्ता में आएंगे। इससे कुछ नहीं होता मकसद सिर्फ सामाजिक कल्याण कार्य होना चाहिए।
किसी भी मुद्दे को लेकर वाद विवाद होना चाहिए, लेकिन शालीनता के साथ बात करने से समस्या को हल किया जा सकता है। जोर-जोर से बोलकर ही सदन को सुनाया जाए इससे बाकि के क्रियाकलाप बाधित होती है।
मौके पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ दिनेश उरांव ने कहा कि सालभर में यह तीसरा प्रशिक्षण कार्यक्रम है। इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम से बहुत सारी बातों की जानकारी होती है। इस बात को ध्यान में रखते हुए झारखंड विस की ओर से जल्द ही शिविर और प्रशिक्षण संस्थान का गठन करेंगे। जिसके जरीये अलग-अलग जगहों में चलनेवाले सदन प्रक्रिया समेत अन्य बातों की जानकारी मिलेगी।
उरांव ने कहा कि संस्थान के गठन के लिए सीएम से सहमति मिल चुकी है। उन्होंने कहा कि सत्र के दौरान मर्यादा रहकर सदन में अपनी बातों को सदस्यों द्वारा बताया जाएगा तो बेहतर सदन चलेगी।
कार्यक्रम में लोकसभा के दो पूर्व महासचिव सुभाष कश्यप, जीसी मल्होत्रा ने विधायकों को शुन्यकाल, प्रश्नकाल, अल्पसूचित प्रश्न, तारांकित प्रश्न, शुन्यकाल सहित विस सत्र से संबंधित कई अन्य महत्वपूर्ण जानकारी दी। कार्यक्रम में संसदीय कार्य मंत्री सरयु राय, मुख्यसचेतक राधा किशोर, नेता प्रतिपक्ष के नेता हेमंत सोरेन सहित बड़ी संख्या में विधायक मौजूद थे।
योजना बनाओ अभियान पर हेमंत भी जाएं गांव में
दास ने कहा कि योजना बनाओं अभियान की बात को लेकर सरकार का मकसद यह है कि विकास काय की योजना अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे। पक्ष और विपक्ष की बात हेानी चाहिए लेकिन काम करने का उद्देश्य सिर्फ लोगों के विकास कार्य से जुड़ा कार्य होना चाहिए। इस बात को ध्यान में रखते हुए विपक्ष के नेता हेमंत सोरेन भी गांव का दौरा करें ताकि विकास कार्य को गति मिल सके। इसके साथ ही अन्य विधायक सदस्यों को भी इसक कार्य में अपनी भागिदारी निभाना चाहिए।
जनहित संबंधित दिए सुझाव पर सरकार अमल करेगी
दास ने कहा कि जनहीत से जुड़े मामलों को लेकर सरकार का दायित्व है कि उसपर काम करे। तकनीक का उपयोग करके भ्रष्टाचार खत्म करने की दिशा में सरकार काम कर रही है। उन्होंने विधानसभा के कार्य को भी ऑनलाइन करने की बात पर जोर दिया।