उज्जैन। सिंहस्थ कुंभ महापर्व के आयोजन के लिए महज अब 68 दिन शेष हैं। इसके सफल व सुरक्षित आयोजन के मद्देनजर शासन व प्रशासन द्वारा युद्धस्तर पर कार्य किए जा रहे हैं।
सिंहस्थ के अन्तर्गत हो रहे कार्य निर्धारित समय-अवधि में पूर्ण हों, ताकि सन्त समाज व आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं को किन्हीं भी समस्याओं से दो-चार न होना पड़े, इसलिये इसकी मॉनीटरिंग प्रदेश के मुख्यमंत्री के साथ ही जिले के प्रभारी मंत्री सतत् रूप से कर रहे हैं।
इसी कड़ी में प्रदेश के परिवहन मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री भूपेन्द्रसिंह उज्जैन पहुंचे। यहां पर उन्होंने सर्वप्रथम सर्किट हाउस में जिला प्रशासन एवं मेला प्रशासन के आला अधिकारियों के साथ बैठक की। इसके बाद मेला क्षेत्र में हो रहे निर्माण के निरीक्षण पर निकले।
अपने दौरे में प्रभारी मंत्री ने नानाखेड़ा बसस्टेण्ड, हरिफाटक ब्रिज, चिन्तामन क्षेत्र, चिन्तामन ब्रिज, लालपुल क्षेत्र पर चल रहे खान डायवर्शन कार्य, सदावल रोड पर चल रहे खान डायवर्शन कार्य, लालपुल घाट और नृसिंह घाट पर बन रहे ब्रिज का निरीक्षण किया साथ ही आवश्यक दिशा-निर्देश भी सम्बन्धित अधिकारियों को दिए। इस दौरान सिंहस्थ केन्द्रीय समिति के अध्यक्ष माखनसिंह, विधायक डॉ. मोहन यादव, महापौर मीना जोनवाल और उज्जैन विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष जगदीश अग्रवाल साथ में रहे।
एक बूंद भी गन्दा पानी शिप्रा में नहीं मिलेगा
अपने निरीक्षण के दौरान प्रभारी मंत्री भूपेन्द्रसिंह ने स्वच्छ व निर्मल शिप्रा के लिए शासन को प्रतिबद्ध बताया। उन्होंने कहा कि शिप्रा का जल स्वच्छ, शुद्ध और निर्मल रहेगा। शिप्रा में एक बूंद भी गन्दा पानी नहीं मिलेगा। प्रभारी मंत्री सिंह ने आदेश देते हुए कहा कि उज्जैन विश्वभर के श्रद्धालुओं की अगुवाई के लिए तैयार हो रहा है, इसलिये शहर की बेहतर साफ-सफाई पर सम्बन्धित विभागीय अधिकारी विशेष रूप से ध्यान दें।
कम जगह पड़ने पर अतिरिक्त जमीन करेंगे अधिग्रहित
मेला क्षेत्र के निरीक्षण के दौरान प्रभारी मंत्री ने चिन्तामन क्षेत्र में अधिसूचित नए मेला क्षेत्र का भी अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि जमीन आवंटन के लिए जिन सन्तों द्वारा बाद में भी आवेदन दिए गए हैं, उन्हें भी भूमि आवंटित की जाएगी। वर्तमान में अधिसूचित जमीन के अतिरिक्त भी यदि भूमि की आवश्यकता पड़ेगी तो प्रशासन द्वारा जमीन का अधिग्रहण किया जायेगा। प्रत्येक सन्त को भूमि आवंटित की जाएगी।
सभी कार्य होंगे पूर्ण
प्रभारी मंत्री सिंह ने अपने निरीक्षण के दौरान कहा कि सिंहस्थ के मद्देनजर प्रारम्भ हुए बहुत से कार्य पूर्ण हो चुके हैं। शेष कार्य पूर्णता की ओर हैं। कोई भी कार्य अधूरे नहीं रहेंगे। सिंहस्थ पूर्व सभी कार्य पूर्ण कर लिए जाएंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का 19 या 20 फरवरी को उज्जैन प्रवास प्रस्तावित है। इस दौरान पूर्ण हो चुके निर्माण कार्यों का लोकार्पण भी उनके कर-कमलों से कराया जाएगा।
खान डायवर्शन का कार्य डे-नाइट कराने के दिए निर्देश
अपने दौरे में प्रभारी मंत्री ने इनर रिंग रोड, रेलवे लाइन अण्डरग्राउण्ड क्रॉसिंग और सदावल रोड समेत तीन स्थानों पर खान डायवर्शन के कार्य का निरीक्षण किया। उन्होंने स्पष्ट तौर पर विभागीय अधिकारी को डे-नाइट काम कराकर शीघ्र पूर्ण कराने के निर्देश दिए। मंत्री सिंह ने सदावल रोड पर भी चल रहे खान डायवर्शन के कार्य को आगामी तीन दिनों में पूर्ण करने के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि यह जमीन अखाड़ों की है, इसलिये शीघ्र ही कार्य को पूर्ण कराएं, ताकि आगे का कार्य जमीन पर हो सके।
जो घाट तैयार होते जा रहे हैं, उनमें रंग-रोगन का कार्य शीघ्र कराएं
निरीक्षण के दौरान प्रभारी मंत्री भूपेन्द्रसिंह ने लालपुल घाट से नृसिंह घाट तक के घाटों का अवलोकन किया। उन्होंने यूडीए के अधिकारियों को पूर्ण हो चुके घाटों पर शीघ्र ही रंग-रोगन का कार्य कराने के निर्देश दिए। इस दौरान सिंह ने पुलिस अधीक्षक वर्मा से घाट में स्नान के दौरान क्राउड मैनेजमेंट की प्लानिंग भी जानीं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक होल्डअप पर टॉयलेट्स की व्यवस्था रहे। घाटों पर चेंजिंग रूम की भी व्यवस्था हो।
शिप्रा के दोनों तरफ विकसित करें ग्रीन कॉरिडोर
लालपुल घाट पर अपने निरीक्षण के दौरान कर्कराज की ओर वाले घाट में वन विभाग द्वारा लगाई गई ग्रास के कार्य की प्रभारी मंत्री ने सराहना की। उन्होंने कहा कि इससे नदी की सौंदर्यता मं और अधिक निखार दिख रहा है। विहंगम घाटों के दृश्य में यह हरियाली सुकुन भी प्रदान करेगी। उन्होंने भूखीमाता के हिस्से वाले घाट में भी ग्रास लगाने के निर्देश वन विभाग को दिए। सिंह ने आदेश देते हुए कहा कि शिप्रा के दोनों ही तरफ ग्रास लगाकर इसे ग्रीन कॉरिडोर के रूप में विकसित करें।
हरिफाटक ब्रिज की इन्दौरगेट वाली भुजा के चौड़ीकरण कार्य का किया निरीक्षण
प्रभारी मंत्री भूपेन्द्रसिंह ने हरिफाटक ब्रिज पर इन्दौरगेट वाली भुजा पर किए गए चौड़ीकरण कार्य का भी अवलोकन किया। इस दौरान सेतु निगम के अधिकारियों ने इस कार्य के दौरान आई समस्याओं से भी प्रभारी मंत्री को अवगत कराया। अधिकारियों द्वारा बताया गया कि पहले यह भुजा साढ़े सात मीटर चौड़ी थी। इसे अब ब्रिज के सेन्टर पाइन्ट पर साढ़े 36 मीटर चौड़ा किया गया है। मजबूती के लिए नीचे ‘एल स्लेब’ डाला गया है। 50 मीटर तक इसकी चौड़ाई साढ़े सात मीटर रखी गई है। ब्रिज के सेन्टर पाइन्ट पर इसकी चौड़ाई बढ़ाने से अब वाहनों को टर्न करने में दिक्कत नहीं होगी। इस कार्य में अब तक चार करोड़ 92 लाख रूपए खर्च हुए हैं।
नृसिंह घाट ब्रिज के नीचे दत्त अखाड़े की ओर ‘कर्टन वाल’ बनाएं
दौरे के दौरान प्रभारी मंत्री द्वारा निर्माणाधीन नृसिंह घाट ब्रिज का भी निरीक्षण किया गया। यहां पर सेतु निगम की कार्यपालन यंत्री शोभा खन्ना ने आगामी 5-7 दिनों चल रहे ब्रिज के एप्रोच रोड के कार्य को भी पूर्ण करने की बात कही। ब्रिज के नीचे से दत्त अखाड़े की ओर खाली जगह देख प्रभारी मंत्री ने उस छूटे हुए हिस्से में ‘कर्टन वाल’ बनाने के निर्देश जल संसाधन विभाग के अधिकारी को दिए। उन्होंने कहा कि कर्टन वाल के निर्माण के बाद नगर निगम द्वारा इस हिस्से पर पंचिंग व समतलीकरण कर पेवर्स ब्लॉक लगाए जाएं।
नानाखेड़ा बसस्टेण्ड का किया निरीक्षण
इसके पूर्व दौरे की शुरूआत नानाखेड़ा बसस्टेण्ड के अवलोकन से हुई थी। नानाखेड़ा बसस्टेण्ड पर नगर निगम द्वारा किए गए कार्य का अवलोकन प्रभारी मंत्री किया। इस दौरान कलेक्टर कवीन्द्र कियावत द्वारा इसे भविष्य में बीपीएल मैरिज गार्डन के रूप में भी विकसित करने की बात कही गई। निरीक्षण में मंत्री सिंह ने पं.दीनदयाल उपाध्याय बसस्टेण्ड के मुख्य भवन की छत का भी अवलोकन किया। यहां पर नगर निगम के अधिकारियों द्वारा इस स्थान को यात्रियों के आराम के लिये उपयोग में लाने की बात कही गई।
सफल व सुरक्षित सिंहस्थ के लिए महाकाल दरबार में लगाई हाजरी
अपने दौर के अन्तिम पड़ाव में प्रभारी मंत्री भूपेन्द्र सिंह महाकाल मन्दिर पहुंचे। यहां पर उन्होंने प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि के साथ ही सफल व सुरक्षित सिंहस्थ के लिए भूतभावन भगवान महाकाल के दर्शन किए। उन्होंने मन्दिर प्रांगण में नन्दी हॉल के किए गए विस्तार के कार्य का भी अवलोकन किया। साथ ही पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के महन्त से भेंट भी की।