पाली। पाली शहर स्थित गीता सत्संग भवन में आयोजित श्रीमदभगवद कथा के दौरान गुरुवार के श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए पण्डित सुरेन्द्र कुमार तिवारी ने कहा कि ध्रुव का चरित्र बहुत ही श्रेष्ठ है। दृढ निश्चय से ही भगवान की प्राप्ति होती है।
भक्त को यदि नारदजी जैसा गुरु मिल जाए तो ध्रुवपद पाने में कोई संशय नहीं रह जाता। उन्होंने ऋषभदेव के भरत एवं जड़भरत के पौराणिक प्रसंगों के माध्यम से बताया कि सांसारिक मोह माया हमें भुलावे में डालकर भगवान से दूर करती देती है।
भगवान विष्णु, शंकर, नारद की कथा का वर्णन किया। कथा के दौरान मैं चली श्याम की गली मुझे कोई रोके ना एवं छीन लिया मोरा छोटा सा मन, राधा रमण जपो राधा रमण जैसे भजनों पर श्रद्धालु नाचते झूम उठे।
इस अवसर पर गीता सत्संग महिला मंडल, सखी सहेली महिला मंडल, गीता भवन के गादीपति स्वामी प्रेमानंद, स्वामी अंकुशपुरी, जगन्नाथ शर्मा, केएम शर्मा, देवीलाल, पुष्पाबाई, सूरज, गागनदास छुगानी, पुखराज जांगिड़, रणजीतसिंह राजपुरोहित, जगदीश शर्मा, पंकज शर्मा सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।