बैतूल। ओबीसी में शामिल किए जाने की मांग को लेकर हरियाणा से उग्र हुए जाट आंदोलन की आग अब राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली तक पहुंच गई है। हालात बेकाबू होते ही उग्र प्रदर्शनकारियों को जहां देखते ही गोली मारने के आदेश सरकार द्वारा जारी कर दिए गए हैं।
वहीं शासकीय संपत्ति को नुकसान से बचाने के लिए अलर्ट भी जारी कर दिया है। यही वजह है कि बैतूल से होकर दिल्ली की ओर से जाने वाली ट्रेनों को जिले के अलग-अलग रेलवे स्टेशनों पर खड़ा किया जा रहा है और सब खैरियत है की सूचना मिलने पर ही ट्रेनों को धीरे-धीरे रवाना किया जा रहा है।
बंगलौर से नई दिल्ली जाने वाली राजधानी एक्सप्रेस को रविवार शाम 6:30 बजे आमला से पुन: बंगलौर के लिए वापस भेज दिया गया। इससे सहज अनुमान लगाया जा सकता है कि रेल यातायात पर आंदोलन का कितना जबरदस्त विपरित असर हुआ है। जाट आंदोलन की वजह से जिले के करीब आधा दर्जन रेलवे स्टेशनों पर खड़ी की गई एक्सप्रेस ट्रेनों में सवार यात्रियों को खासी परेशानियों का सामना करने मजबूर होना पड़ रहा है।
वापस लौटी राजधानी एक्सप्रेस
जाट आंदोलन से रेल यातायात किस कदर प्रभावित हुआ है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 12269 बंगलौर से नई दिल्ली को जाने वाली राजधानी एक्सप्रेस जैसे ही रविवार को शाम 6:30 बजे आमला स्टेशन पर पहुंची। आगे की स्थिति को देखते हुए राजधानी एक्सप्रेस को आमला से ही पुन: बैगलौर के लिए वापस लौटा दिया गया। इस ट्रेन में सवार यात्रियों को पुन: वापस लौटने को मजबूर होना पड़ा। संभवत रेलवे के इतिहास की यह पहली घटना है जब राजधानी जैसे बड़ी गाडिय़ों को वापस लौटाने को मजबूर होना पड़ा।
स्टेशनों पर खड़ी की ट्रेनें
रेलवे सूत्रों ने बताया कि जाट आंदोलन की चिंगारी दिल्ली तक पहुंचने के चलते नागपुर से होकर दिल्ली को जाने वाली प्रत्येक ट्रेन को उसी शर्त पर रवाना किया जा रहा है जब स्थिति नियंत्रण में हो। सूत्रों ने बताया कि नागपुर-इटारसी रेल सेक्शन में घंटों से जीटी एक्सप्रेस घोड़ाडोंगरी में, गोंडवाना एक्सप्रेस बैतूल में, तमिलनाडू एक्सप्रेस आमला में, एपी एक्सप्रेस पांढुर्ना रेलवे स्टेशन पर रोकी गई। इसके अलावा जयपुर एक्सप्रेस व्हाया उज्जैन, संघमित्रा एक्सप्रेस को व्हाया जबलपुर भेजा गया।
झांसी में लगा जाम
रेलवे सूत्रों ने बताया कि झांसी जंक्शन पर किसी ट्रेन का इंजन फेल हो जाने की वजह से जाम लगा हुआ है। इसी वजह से दिल्ली की ओर जाने वाली सभी ट्रेनों को अलग-अलग रेलवे स्टेशनों पर रोका गया है। हालांकि इंजन फेल होने की वजह से जाम लगा है या फिर जाट आंदोलन के चलते कोई गतिविधियां हुई है या हो रही है इसको लेकर कोई भी रेलवे अधिकारी ने समाचार लिखे जाने तक आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।
यात्रियों को झेलनी पड़ी परेशानी
जाट आंदोलन की वजह से नागपुर-इटारसी के बीच रेलवे स्टेशनों पर खड़ी गई ट्रेनों की वजह से यात्रियों को बेहद परेशानियों का सामना उठाना पड़ा। रेल यात्री संतोष परमार ने बताया कि वह मथुरा उनके साले की शादी में शामिल होने जा रहे थे। लेकिन ट्रेन के खड़े हो जाने से वह सही समय पर नहीं पहुंच पाएगा। इसी तरह अन्य यात्रियों ने भी अपनी-अपनी समस्या बताई।
जबलपुर रूट की ट्रेनें रद्द
हरियाणा से फैली जाट आरक्षण की चिंगारी धीरे-धीरे अन्य शहरों में भी पहुंचने लगी है। जाट आंदोलन से सबसे अधिक रेल यातायात प्रभावित हुआ है। दिल्ली की ओर जाने वाली ट्रेनों का जहां जगह-जगह खड़ा किया जा रहा है वहीं जबलपुर रूट से जाने वाली सभी ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। कुल मिलाकर आंदोलन की वजह से रेल यातायात व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हो गई है।
सिर्फ अहिल्या नगरी बनी सहारा
नागपुर से लेकर बैतूल इटारसी तक के यात्रियों के लिए रविवार को यदि कोई ट्रेन भोपाल तक का सहारा बनी तो वह अहिल्यानगरी एक्सप्रेस ही थी। राजधानी एक्सप्रेस सहित अन्य ट्रेनों को आमला में खड़ी कर जो भी व्यक्ति भोपाल तक का सफर करना चाहते थे उन्हें एलाउंसमेंट करके अहिल्यानगरी में बैठने की अपील की। रेलवे से एलाउंसमेंट करते ही भोपाल की ओर जाने वाले राजधानी सहित अन्य ट्रेन में बैठे यात्री अहिल्यानगरी में सवार हुए और भोपाल की ओर कूच किया।