चंडीगढ़। हरियाणा में जाट आंदोलन की आग ठंडी पडने के बाद अब राजस्थान इसकी चपेट में आ रहा है। मंगलवार को भरतपुर एवं धौलपुर जिलों के जाट समुदाय द्वारा आरक्षण की मांग को लेकर डीग बस स्टैंड पर भी आगजनी कर अफरातफरी फैला दी लेकिन आगजनी की इन घटनाओं पर तत्काल काबू पा लिया गया। भरतपुर में प्रदर्शनकारियों ने ट्रेन का एक इंजन फूंक दिया।
भरतपुर में इंटरनेट पर 2 बजे तक बैन था। मंगलवार को इसे 24 घंटे के लिए बढ़ा दिया गया। नदबई, हेलक और भरतपुर में तोड़फोड़ की घटनाएं सामने आई हैं। आंदोलनकारियों ने हेलक रेलवे स्टेशन पर एक मालगाड़ी को आग लगा दी। कुम्हेर इलाके के दो एटीएम तोड़ दिए गए।
भरतपुर के तेवर में आंदोलनकारियों ने एसटीफ की गाड़ी पर पथराव किया है। फिलहाल, भरतपुर जाने वाले सभी रास्ते बंद हैं। भरतपुर शहर में मंगलवार को वीकली मार्केट रहता है। लेकिन हालात बिगड़ने की वजह से यहां मंगलवार को यह मार्केट नहीं लगा।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक डीग बस स्टैंड से आंदोलनकारियों को खदेडऩे के लिए हल्का बल प्रयोग किया गया तथा घटनास्थल पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। आंदोलन के कारण जिले में रेल एवं सड़क यातायात बुरी तरह प्रभावित है।
प्रशासन ने भरतपुर जिले में सोमवार से आगजनी एवं तोडफोड की घटनाओं के बाद धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू की हुई है।
मुंबई- दिल्ली एवं आगरा-जयपुर रेल मार्ग आंदोलनकारियों के कारण बाधित चल रहा है तथा राष्ट्रीय राजमार्ग 11 एवं अन्य मार्गों पर जाम लगाने के कारण अवरूद्ध है। आंदोलन के कारण भरतपुर ऑयल डिपो से तेल की आपूर्ति बाधित होने के कारण आसपास के तीन चार जिलों में पेट्रोल पम्पों पर तेल का संकट उत्पन्न हो गया है।
एसोचैम के मुताबिक हरियाणा में जाट आंदोलन के कारण 21 फरवरी तक ही करीब 20,000 करोड़ का नुकसान हो चुका था। आंदोलन से हरियाणा के बिजनेस पर बुरी तरह से असर पड़ा है। सबसे ज्यादा असर रोहतक पर पड़ा है। ये नुकसान पब्लिक-प्राइवेट प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचाने और बिजनेस रोकने से हुआ है।
एक अनुमान के मुताबिक आंदोलन से हरियाणा को कुल 34 हजार करोड़ का नुकसान हुआ है। नॉर्दर्न रेलवे के चीफ पब्लिक रिलेशन अफसर नीरज शर्मा के मुताबिक, जाट आंदोलन के दौरान रेलवे को 200 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ। 1000 ट्रेनों पर असर पड़ा। इनमें से कुछ कैंसल कर दी गईं और कुछ के रूट बदल दिए गए। लगभग 10 लाख पैसेंजर परेशान हुए।