सूरत। आरक्षण की मांग के साथ करीब दस महीने से राज्य में चल रहे पाटीदार आरक्षण आंदोलन में नया मोड़ आ सकता है। मंगलवार को राज्य सरकार के दूत बनकर सांसद विठ्ठल रादडिय़ा ने लाजपोर सेंट्रल जेल में आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल से मुलाकात की। उन्होंने बताया कि हार्दिक और उनके बीच करीब 20 मिनट तक बातचीत हुई, उन्होंने इस मुद्दे पर जल्द ही समझौता होने का दावा भी किया।
पोरबंदर से सांसद विठ्ठल रादडिय़ा ने सोमवार को पाटीदार समाज की आरक्षण की मांग को सही ठहराते हुए कहा था कि हरियाणा में जाटों को आरक्षण मिल सकता है, तो पाटीदार समाज को क्यों नहीं। इस बयान के बाद मंगलवार सुबह वह सूरत पहुंचे और करीब 12 बजे हार्दिक पटेल से मिलने के लिए लाजपोर सेंट्रल जेल पहुंचे। उनके साथ पाटीदार समाज के अग्रणी और पास के सदस्य भी थे।
जेल में करीब दो घंटे का वक्त उन्होंने बिताया। इस दौरान हार्दिक पटेल से 20 मिनट बात हुई। मुलाकात के बाद बाहर आए रादडिय़ा ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल के कहने पर वह हार्दिक पटेल से मिलने आए थे।
हार्दिक से हुई मुलाकात को उन्होंने सकारात्मक बताया और कहा कि उनके और हार्दिक के बीच आरक्षण की मांग समेत 36 मुद्दों पर चर्चा हुई। जल्द ही सरकार और पाटीदार आंदोलनकारियों के बीच समझौतें का उन्होंने दावा किया।
गौरतलब है कि पाटीदार समाज की ओर से आरक्षण की मांग के साथ करीब दस महीने से राज्य में आंदोलन चालाया जा रहा है। इस दौरान आंदोलन हिंसक भी बना था। हिंसा को लेकर पाटीदार समाज के कई युवक जेल में है, वहीं राजद्रोह के आरोप में हार्दिक पटेल भी चार महीने से सलाखों के पीछे है।
मांग को सही बताया
रादडिय़ा ने पाटीदार समाज की ओर से की जा रही आरक्षण की मांग को सही बताया। उन्होंने कहा कि हरियाणा में जाटों को आरक्षण मिल सकता है, तो गुजरात में पाटीदार समाज भी आरक्षण का हक्कदार है और आरक्षण मिलना ही चाहिए।
हार्दिक को ले गई विसनगर पुलिस
राजद्रोह के मामले में लाजपोर जेल में बंद हार्दिक पटेल को मंगलवार शाम विसनगर पुलिस ले गई। यहां पर उसके खिलाफ तोडफ़ोड़ का मामला दर्ज है। बुधवार को केस की मुद्दत होने के कारण उसे विसनगर कोर्ट में पेश किया जाएगा। सांसद विठ्ठल रादडिय़ा की मंगलवार को हार्दिक से मुलाकात के बाद विसनगर पुलिस शाम को लाजपोर सेंट्रल जेल पहुंची और यहां से उसका कब्जा लेकर विसनगर के लिए रवाना हो गई। पाटीदार आरक्षण आंदोलन के दौरान हार्दिक पटेल के खिलाफ सूरत के अलावा कामरेज, अहमदाबाद और विसनगर थाने में भी विभिन्न मामले दर्ज किए गए है। विसनगर में उसके खिलाफ तोडफ़ोड का मामला दर्ज है।