सबगुरु न्यूज/पवन पाण्डेय
पाली। देश की राजधानी दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरु यूनिवर्सिटी में चल रही देशद्रोही गतिविधियों के विरुद्ध आपत्ति दर्ज करने एवं दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की मांग तथा राष्ट्र की सुरक्षा सुनिश्चित करने के संबंध में सरस्वती विद्या मंदिर पूर्व छा़त्र परिषद सदस्यों ने शुक्रवार को जिला कलेक्टर को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा।
ज्ञात हो कि नौ फरवरी को दिल्ली की जवाहरलाल नेहरु यूनिवर्सिटी में कुछ छात्रों ने गैर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया था, इस दौरान देश विरोधी नारे भी लगाए गए। पाकिस्तान जिंदाबाद, लड़कर लेंगे आजादी, बन्दूक से लेंगे आजादी, कितने अफजल मारोगे घर घर से अफजल निकलेंगे, अफजल हम शर्मिंदा हैं तुम्हारे कातिल जिन्दा हैं जैसे देशद्रोही नारे लगाने वालों को देश के लिए घातक बताते हुए उचित कार्रवाई की मांग की गई।
ज्ञापन में बताया गया है कि ऐसे नारे समूचे राष्ट्र के लिए चिन्ताजनक एवं शर्मिंदा करने वाले हैं। जवाहरलाल नेहरु यूनिवर्सिटी देष में उच्च शिक्षा का वह मंदिर है जिसका समस्त खर्चा सरकार उठाती है। ऐसे शिक्षा मंदिर में पाकिस्ताान समर्थित आतंकवादियों की हिमायत रखने वाले कुछ तथाकथित लोग देश के लिए चिन्ता का विषय वन गए हैं। ये लोग राष्ट्र की अखंडता एकता, संप्रुभता के लिए बड़ा खतरा हैं।
इन देशद्रोहियों का सीमापार से आने वाले आतंकवाद से सीधा संबंध दिखाई दे रहा है। आज इन संबंधों के कारण भारत देश की युवा पीढ़ी पाकिस्तान परस्त होती जा रही है एवं संसद पर हमला करने वाले आंतंकियों की हिमायती बनती जा रही है।
जवाहरलाल नेहरु परिसर में अफजल गुरु के समर्थन में कार्यक्रम का आयोजन डेमाक्रेटिक स्टूडेंट यूनियन के नेतृत्व में हुआ, जिसे यूपीए सरकार के गृह राज्यमंत्री आरपीएन सिंह ने देश में नक्सलवाद फैलाने वाला संगठन वताया था। आज उसी यूपीए के मुख्य घटक दल, कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी एवं अन्य नेता इसी संगठन में खड़े हुए हैं। यह चिंता का विषय हैं इसकी जांच होनी चाहिए एवं इसका पता भी लगाना चाहिए कि इन नेताओं का देशद्राहियों से क्या संबंध है।
देश की रगों में कैंसर की दौड़ते इन गद्दारों पर नकेल कसना बेहद जरुरुी है। ये वही लोग हैं जो भविष्य में अपने घरों में आतंकवादियों का पनाह देंगे और देश में आतंकवाद की आग का फैलाएंगे। समय रहते इन पर काबू पाना बहुत ही आवश्यक है, यदि समय रहते नियंत्रण नहीं हो पाया तो ये स्थित और भयावह हो जाएगी।
विपक्ष के के अनैतिक विरोध के चलते हमें राष्ट् के प्रति यह चिन्ता है कि राजनीतिक लाभ के लिए राष्ट्हित के साथ समझौता करने वाला विपक्ष जो आज देशद्राहियों के पक्ष में खड़ा है वह आतंकवादियों के हौंसले और बुलंद कर देगा। दुनियां भर में भारत की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंच रही है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कश्मीर मुद्दे पर भारत कमजोर पड़ सकता है।
राष्ट्रसेवा के लिए तैयार हम सभी छात्र महामहिम से ज्ञापन के माध्यम से निवेदन करते हैं आप किसी प्रकार के राजनीतिक दवाव में आए बिना राष्ट्रहित में जहावर लाल नेहरु यूनिवर्सिटी के अवांछित, राष्ट्र के लिए घातक ताकतों, देशद्रोही छात्रों और उनके हिमायती नेताओं के विरुद्ध ठोस कदम उठाए जाएं।
अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर राष्ट् विरोधी नारों, विचारों और कार्यक्रमों का राष्ट्रद्रोही श्रेणी में लिया जाए। हम सभी भारतमाता के सच्चे सपूत हैं और राष्ट्र की रक्षा के लिए समर्पित हैं।
सरस्वती विद्या मंदिर पूर्व छा़त्र परिषद के संयोजक हितेश बलाई, सह संयोजक अक्षय भंडारी, प्रमोद भंसाली, विक्रम शर्मा, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के विभाग संघचालक कमल गोयल, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के जिला प्रचारक जब्बर सिंह, गोपाल गोयल, रमेश सांड, प्रेमसिंह शेखावत, इंजीनियर पंकज जोशी, निखिल व्यास, प्रियंक जोशी, दीपक नाग, पंकज पोरवाल, मनोज सुराणा, उत्तम पोरवाल, प्रदीप चोपड़ा, लक्ष्मण गोगड़, सुनील आंचलिया, मनोज नाबरिया, विनोद भंसाली, संदीप मेहता, राजीव काठारी, सहित लगभग पंद्रह सौ से ज्यादा छात्रों ने भाग लिया।