नई दिल्ली। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में राष्ट्र विरोधी नारे लगाने वाले छात्रों में से दो छात्रों, उमर ख़ालिद और अनिर्बान की पुलिस रिमांड शनिवार को खत्म हो गई। दोनों छात्रों को आज न्यायालय की बजाय पुलिस स्टेशन में ही जज के सामने पेश किया जाएगा। उधर इस मामले में एक और आरोपी छात्र आशुतोष ने भी पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है।
दिल्ली पुलिस ने राजद्रोह के मामले में शुक्रवार को दक्षिण दिल्ली के एक थाने में कन्हैया, उमर खालिद और अनिर्बन भट्टाचार्य से एक साथ पूछताछ की। पुलिस सूत्रों के अनुसार पूछताछ करीब पांच घंटे तक चली।
सूत्रों के मुताबिक पूछताछ के पहले चरण में कन्हैया को खालिद और भट्टाचार्य के साथ अलग अलग बैठाकर सवाल जवाब किए गए। दूसरे चरण में तीनों से एक साथ पूछताछ की गई। पुलिस की दो टीमों ने तीनों से पूछताछ की।
पूछताछ के दौरान खालिद ने राष्ट्र विरोधी नारेबाजी में शामिल होने से इंकार किया है, जबकि अनिर्बान ने इन दावों को चुनौती दी कि जिन नारों को पुलिस ने रेखांकित किया है वह राष्ट्र विरोधी प्रकृति के हैं।
तीनों से एक साथ पूछताछ कर पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि कार्यक्रम का आयोजक कौन था? नारेबाजी को रोकने के लिए क्या कदम उठाए गए और वहां क्या हुआ था? कार्यक्रम के वीडियो फुटेज में दिखे बाहरी लोगों की पहचान भी पुलिस करने की कोशिश कर रही है।
उधर, इस मामले में एक और आरोपी छात्र आशुतोष ने भी आरके पुरम थाने पहुंच कर शनिवार को आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया है और अब उससे भी पूछताछ की जाएगी।
जानकारी हो कि जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार को 9 फरवरी को जेएनयू परिसर में हुए अफज़ल गुरु से संबंधित कार्यक्रम में राष्ट्र विरोधी नारे लगाने के लिए गिरफ्तार कर लिया गया था, वही इस मामले के आरोपी दो छात्रों इसी सप्ताह पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया था। अब एक और आरोपी छात्र ने भी खुद को पुलिस के हवाले कर दिया है।