नई दिल्ली। जवाहर लाल नेहरू (जेएनयू) विश्वविद्यालय में राजनीति विषय की प्रोफेसर द्वारा कश्मीर मुददे पर दिए गए विवादित बयान का वीडियो सामने आने पर भगत सिंह क्रांति सेना ने सरकार से प्रोफेसर के खिलाफ कडी कार्रवाई करने की मांग की है।
भगत सिंह क्रांति सेना का आरोप है कि जेएनयू का शिक्षक संघ छात्रों को देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के लिए उकसा रहा है।
भगतसिंह क्रांति सेना के संयोजक तेजेंदर सिंह बग्गा ने कहा कि 22 फरवरी को जेएनयू छात्रसंघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार के समर्थन में जेएनयू परिसर में एक रैली का आयोजन किया गया था। इसी रैली में किसी ने यह वीडियो रिकॉर्ड करके उन्हें भेज दिया।
बग्गा ने कहा कि यह वीडियो देश को तोडने की साजिश का हिस्सा है। इसमें केवल छात्र ही नही बल्कि जेएनयू के शिक्षक भी शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि वीडियो में राजनीति विषय की प्रोफेसर निवेदिता मेनन छात्रों से कह रही हैं कि कश्मीर पर भारत ने जबरदस्ती कब्जा कर रखा है। अमरीका एवं यूरोप के देश भी इस बात को जानते है। न्यूजवीक एवं टाइम मैग्जीन भी अपने नक्शे में कश्मीर को भारत से अलग करके दिखाते हैं।
बग्गा ने कहा कि वह गृहमंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखकर प्रोफेसर के खिलाफ कडी से कडी कार्रवाई की मांग करेंगे। उन्होंने कहा कि जेएनयू में गत 20 वर्षों से देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम दिया जा रहा हैं।
पिछली सरकारों ने इस बात की जानकारी होते हुए भी इस संबंध में कुछ नही किया। बग्गा ने बताया कि यूपीए सरकार के कार्यकाल के दौरान तत्कालीन गृह राज्य मंत्री आरपीएन सिंह ने डेमोक्रेटिक स्टूडेंट यूनियन के संबंध अलगाववादी संगठनों से होने की बात कही थी लेकिन इसके खिलाफ कभी कार्रवाई नही की।
बग्गा ने आरोप लगाया कि जेएनयू का शिक्षक संघ छात्रों को देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के लिए खुलेआम उकसा रहा है। देश विरोधी विचार रखने वाले ये लोग मीडिया के सामने तो कुछ नही बोलते लेकिन गुपचुप तरीके से छात्रों को देशद्रोह के लिए प्रेरित कर रहे है।
उन्होंने कहा कि वह घटना से संबंधित सभी तथ्यों को एकत्र कर रहे हैं। प्रोफेसर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के लिए वकील से भी चर्चा की जा रही है।