सूरत। राजद्रोह के मामले में आरोपित पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति के समन्वयक हार्दिक पटेल की नियमित जमानत याचिका पर सोमवार को सुनवाई फिल टल गई। अभियोजन पक्ष की ओर से मुद्दत की मांग किए जाने पर कोर्ट ने सुनवाई 3 मार्च तक टाल दी।
पुलिस के खिलाफ भड़काऊ बयान देने को लेकर हार्दिक पटेल के खिलाफ अमरोली थाने में राजद्रोह का मामला दर्ज कर उसे गिरतार किया गया था। करीब चार महीने से जेल में बंद हार्दिक ने 8 जनवरी को चार्जशीट पेश होने के बाद सेशन कोर्ट से नियमित जमानत के लिए गुहार लगाई है। एक महीने से याचिका सेशन कोर्ट में लंबित है।
बचाव पक्ष की ओर से दलीलें पेश की जा चुकी है और अभियोजन पक्ष की ओर से दलीलें पेश करना बाकी है। सोमवार को सेशन कोर्ट में याचिका पर सुनवाई होनी थी, लेकिन इस बार भी अभियोजन पक्ष की ओर से सरकारी अधिवक्ता ने मुद्दत अर्जी पेश की, कोर्ट ने अर्जी मंजूर करते हुए सुनवाई 3 मार्च तक टाल दी।
लालजी पटेल का इस्तीफा दु:खद: हार्दिक
एसपीजी के समन्वयक पद से लालजी पटेल के इस्तीफे को हार्दिक पटेल ने दु:खद बताया। सोमवार को राजद्रोह मामले में कोर्ट मुद्दत पर उसे सेशन कोर्ट में पेश किया गया। जेल से बाहर आने के बाद मीडिया से बातचीत में उसने कहा कि लालजी पटेल के साथ जो हुआ वह बुरा हुआ, उनके इस्तीफे से मुझे दु:ख पहुंचा है। गौरतलब है कि रविवार को महेसाणा में आयोजित पाटीदार महिला सम्मेलन में लालजी पटेल का विरोध हुआ था। विरोध के चलते उन्हें सभास्थल छोड़ कर भागना पड़ा था। इस घटना के बाद उन्होंने सरदार पटेल ग्रुप के समन्वयक पद से इस्तीफा दे दिया था।