पाली। पाली के आशापुरा नगर स्थित ज्योति विद्या मंदिर उच्च प्राथमिक विद्यालय में शनिवार को कक्षा आठ के विद्यार्थियों को समारोहपूर्वक विदाई दी गई।
प्रधानाध्यापिका तृप्ति चतुर्वेदी ने विद्यार्थियों को तिलक कर, रहीसाबानो शेख ने दही मिठाई खिलाकर एवं शालाप्रभारी मीनाक्षी चतुर्वेदी ने प्रतीक चिन्ह देकर छात्रों को विदाई दी।
छात्रों को इस मौके पर संबोधित करते हुए चतुर्वेदी ने लक्ष्य निर्धारित कर तनावमुक्त होकर परीक्षा देने की विधियां बताई। शिक्षाविद् एवं विज्ञान कहानी लेखक विष्णुप्रसाद चतुर्वेदी ने रटने नहीं वरन तार्किक बुद्धि के आधार पर प्रश्न हल करने की महत्ता बताई।
उन्होंने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य विद्यार्थियों को रट्टू तोता बनाना नहीं वरन् जीवन की प्रत्येक परिस्थिति का साहसपूर्वक सामना करते हुए आगे बढ़ने लायक बनाना है।
संस्था सचिव शैल चतुर्वेदी ने विद्यार्थियों को जीवन की हर परीक्षा को साहस व ईमानदारी पूर्वक पार करने की प्रेरणा दी। शाला प्रभारी मीनाक्षी चतुर्वेदी ने विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा की शिक्षा अर्जन करना भी एक प्रकार की तपस्या है जिसमें विद्यार्थी को अपने मन को एकाग्रचित्त करना होता है तथा उसी पर सफलता निर्भर करती है।
उन्होंने कहा कि मात्र अच्छे अंक प्राप्त करना ही शिक्षा का अंतिम उद्देश्य नहीं होता है वरन् समाज व देश के लिए अच्छे नागरिक बनना भी शिक्षा के उद्मेंदेश्य में शामिल है।
विद्यार्थियों ने शाला में बिताए गए अपने समय के अनुभवों को वताया। इसी प्रकार सुशील कुमार, फूलवंती पंवार, चेतना पंवार, निर्मला, निरमा मेंसन, पूजा आदि ने विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दी।