नई दिल्ली। दाल की आसमान छूती कीमतों से हाल ही में निपटने में कामयाब हुई मोदी सरकार के लिए मौसम मुश्किलें और बढ़ाता दिखता है।
देश के कई राज्यों में पिछले एक हफ्ते से हो रही बेमौसम बारिश से आने वाले समय में बाजार में गेहूं सहित अन्य खाद्यान, दालें और खाद्य तेल के दाम आसमान छूते दिखाई दे सकते हैं।
उत्तर भारत के राज्यों के सहित मध्य-प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र में भी बेमौसम बारिश से किसानों को भारी नुकसान की खबरें आ रही हैं।
मौसम विभाग के मुताबिक पिछले एक हफ्ते में दिल्ली,पंजाब, हरियाणा, उत्तरप्रदेश, बिहार, राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र सहित देश के कई भागों में बेमौसम बारिश हो रही है।
अकेले महाराष्ट्र में 40 हजार हेक्टेयर पर हुई फसल के नुकसान की खबर है। वहीं तेलंगाना में 3 लाख टन मक्का के खराब होने का अनुमान है। मध्यप्रदेश के गेहूं उत्पादक इलाके में गेहूं की फसल को इस बेमौसम बारिश से नुकसान हुआ है।
मध्यप्रदेश के इंदौर के आढ़त व्यापारी के मुताबिक बंपर फसल को देखते हुए पहले एमपी गेहूं का रेट 1500 से 1800 क्विंटल पर होने का अनुमान लगाया जा रहा था, लेकिन अब इस बेमौसम बारिश से गेहूं का रेट उछाल मारेगा।
वहीं राजस्थान में कई जगह तो ओलावृष्टि भी हुई है। राजस्थान के जयपुर से तिलहन व्यापारी का कहना है कि सरसो का रेट 3700रुपये से 4000 रुपये क्विंटल चल रहा है, लेकिन अब इस बेमौसम बारिश से तिलहन का बाजार चढ़ेगा, जिसका सीधा असर खाद्य तेल की कीमतों पर पड़ेगा।
उत्तरप्रदेश सहित उत्तर भारत के कई इलाकों में सरसों सहित तिलहन की फसल इस बारिश में बरबाद हुई है। छत्तीसगढ़ के कई जिलों में बेमौसम बारिश ने किसानों की खेतों में कटकर रखी फसल खराब कर दी है।
कृषि के जानकारों की माने तो इस बेमौसम बारिश से सबसे ज्यादा नुकसान दलहन को हो सकता है। जिसका सीधा असर बाजार में दालों की कीमतों पर पड़ेगा।
मौसम विभाग ने बताया कि पूरे उत्तर, पश्चिम, मध्य भारत सहित देश के अन्य इलाकों में आने वाले कुछ दिनों में मौसम इसी तरह का रहने का अनुमान है। कई इलाकों में बारिश हो सकती है, और कहीं पर तेज हवा के साथ ओलावृष्टि भी हो सकती है।