नई दिल्ली/अहमदाबाद। देश में आतंकी हमले की आशंका को देखते हुए केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को अलर्ट किया है।
आतंकी हमले का यह अलर्ट पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (रासुस ) नासिर खान जंजुआ से पहली बार मिली उस सूचना के बाद जारी किया गया है, जिसमें उन्होंने पाकिस्तान की ओर भारत में दस आतंकियों की घुसपैठ होने का दावा किया गया है।
पाकिस्तानी रासुस से मिली जानकारी के बाद जहां देश के सभी राज्यों को अलर्ट जारी किया है, वही गुजरात के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (रासुगा) की दो टीमों को राजधानी दिल्ली से रवाना किया गया है।
पठानकोट हमले के बाद एक बार फिर सुरक्षा एजेंसियों ने देश में आतंकी हमला होने की आशंका व्यक्त की है। यह आशंका गुजरात के समुद्र तट पर पाकिस्तानी की खाली नौकाओं के मिलने के बाद पैदा हुई।
कच्छ इलाके में एक के बाद एक करके मिली पांच पाकिस्तानी नौकाओं के जरिए देश में कई आतंकियों की घुसपैठ होने की आशंका की पुष्टि पाकिस्तान के रासुस जंजुआ ने भी की।
ऐसा पहली बार हुआ, जब भारतीय रासुस अजित डोभाल को पाकिस्तानी रासुस जंजुआ ने फ़ोन कर बताया कि लश्करे तोयबा और हिज्बुल मुजाहिद्दीन के लगभग दस फिदायीन आतंकी भारत में घुसपैठ कर सकते हैं। पठानकोट से प्रवेश करने वाले कुछ आतंकी महाशिवरात्रि पर हमलों को अंजाम देने की फ़िराक में है।
पाकिस्तानी रासुस जंजुआ से मिली जानकारी और गुजरात के समुद्र तट पर पाकिस्तान की खाली नौकाओं के मिलने के बाद ख़ुफ़िया ब्यूरो ने अपनी रिपोर्ट में पाकिस्तानी नौकाओं के जरिए गुजरात में लगभग 10 आतंकियों के घुसने की जानकारी केंद्र सरकार को दी है।
पाकिस्तान और सुरक्षा एजेंसियों में मिली जानकारी के बाद केंद्र सरकार ने सभी राज्यों के साथ ही गुजरात में पुलिस को चौकन्ना रहने का आदेश दिया है। गुजरात में सुरक्षा की अतिरिक्त व्यवस्था के लिए रासुग की दो टीमों को भेजा गया है।
साथ ही राज्य में सोमनाथ मंदिर, द्वारिका मंदिर, अक्षरधाम मंदिर के अलावा ऊर्जा संयंत्रों, रक्षा क्षेत्र से जुड़े स्थानों, बड़े बांधों के साथ ही सभी संवेदनशील स्थानों और इमारतों की सुरक्षा के विशेष निर्देश दिए गया है।
उधर, पठानकोट में थल सेना की पश्चिमी कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट-जनरल केजे सिंह ने भी महाशिवरात्रि और संसद सत्र के दौरान आतंकी हमले की ख़ुफ़िया सूचनाएं मिलने की पुष्टि की है।
लेफ्टिनेंट-जनरल सिंह के अनुसार आतंकी एक ऐसे हमलों की साजिश कर रहे हैं, जिससे ज्यादा से ज्यादा नुकसान हो सके। इससे निपटने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के आरएसपुरा में सीमा पर सुरंग मिलने से एक बड़ी आतंकी साजिश को नाकाम कर दिया गया है। ऐसी और सुरंग हो सकती हैं। इसकी निगरानी के लिए गृह मंत्रालय ने सुरक्षा एजेंसियों की एक टीम बना दी है।
जानकारी हो कि पाकिस्तानी से साथ लगी सीमा पर 2012 से अब तक 4 सुरंगों का पता लगाया जा चुका है। इनमे से दो सुरंग 2012 और 2014 में अखनूर सेक्टर में और एक 2013 में सांबा सेक्टर में मिली थी। फिलहाल देश के सभी राज्यों के साथ ही पाकिस्तानी सीमा पर निगरानी और चौकसी कड़ी कर दी गई है।