सबगुरु न्यूज-सिरोही। गत सप्ताह शिवगंज में हुई बड़ी नकबजनी की घटना को अंजाम देने वाला कोई अनजान बाहरी नकबजन नहीं बल्कि शिवगंज में बसकर सब्जी बेचने का काम करने वाला नागौर का एक व्यक्ति निकला। पुलिस ने इसे गिरफ्तार करके नकबजनी में इस्तेमाल किए जाने वाले औजार तथा कुछ माल की बरामदगी की है।
पुलिस अधीक्षक संदीपकुमार चौहान ने बताया कि 3 मार्च को शिवगंज को एक सुनार के बंद घर पर करीब चार सौ ग्राम सोना, पांच किलो चांदी तथा करीब बीस लाख रुपये नगद चोरी हो गए थे। इसी तरह 5 मई, 2015 को भी यहां पर एक बंद मकान में करीब 60-70 लाख रुपये की चोरी हुई थी। इन दोनों वारदातों में घटनास्थल पर जूते के निशान एक ही तरह के पाये गए। इस पर पुलिस थानाधिकारी पुष्पेंद्रसिंह, हैड कांस्टेबल जितेन्द्रसिंह, हैड कांस्टेबल गोविंदलाल, कांस्टेबल राजेन्द्रसिंह, कांस्टेबल चंद्रसिंह, कम्प्यूटर ऑपरेटर पप्पाराम की टीम गठित की गई। मुखबिर तंत्र को भी सक्रिय किया गया।
चंद्रसिंह व पप्पाराम ने मुखबिर तंत्र के माध्यम से एक व्यक्ति की संदिग्ध गतिविधियों के कारण उस पर ध्यान केंद्रित किया। मजदूरी का काम करने वाले की जेब से हो रहे अनाप-शनाप खर्चे के कारण पुलिस को इसकी गतिविधि संदिग्ध लगी। पुलिस ने वहां की अग्रवाल धर्मशाला में ठहरे नागौर जिले के राठोडी कुंआं माही गेट निवासी राजेन्द्र कुमार उर्फ नथमल उर्फ राजेन्द्र उर्फ राजू पुत्र भंवरलाल माली को पकड़ा। पहले तो राजेन्द्र पुलिस को अपनी बातों में उलझा कर गुमराह करता रहा, लेकिन बाद में उसने उक्त नकबजनी की वारदात को कुबूल किया। पुलिस ने इसके पास से नकबजनी में उपयोग में लिए जाने वाले औजार भी बरामद किए।
– की थी छह वारदातें
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि राजेन्द्र ने छह वारदातें करना कुबूल किया। इनमें करी साठ-सत्तर लाख रुपये नगद व सोने-चांदी के जेवरात भी बरामद किए हैं।
-कई जगह बैंक अकाउंट
पुलिस को इसके कमरे की तलाशी में कई स्थानों के बैंक अकाउंटों की पासबुक भी मिली है। इसने इन बैंकों में अलग-अलग राशियां जमा करवाई थी।
-अकेले करता था अधिकतर वारदातें
नागौर जिले का निवासी राजेन्द्र नकबजनी की अधिकांश वारदातें अकेले ही करता था। उसने पुलिस को बताया कि तीन वारदातों में उसने अलग-अलग लोगों को सहयोग लिया था, इनकी तलाश की जा रही है।
-कई प्रकरण दर्ज
राज्य के अलग-अलग जिलों में राजेन्द्र के खिलाफ नकबजनी के कई मामले दर्ज हैं। पुलिस ने बताया कि नागौर, जोधपुर, उदयपुर व जयपुर के विभिन्न थानों में राजेन्द्र के खिलाफ पंद्रह से ज्यादा प्रकरण दर्ज हैं।
-माल खरीदने वाले तक पहुंची पुलिस
राजेन्द्र की निशानदेही पर पुलिस उससे सोना चांदी आदि खरीदने वाले तक पहुंच गई है। राजेन्द्र इसे ही माल बेचा करता था। माल की बरामदगी के प्रयास किए जा रहे हैं।
-करता था रेकी
राजेन्द्र चोरी की वारदातों को अंजाम देने से पहले रेकी किया करता था। ऐसे मकानों को ढूंढा करता था जो कि मालदार लोगों के हों और वहां पर दो-तीन दिन से ताले बंद हों। टारगेट फिक्स करने के बाद वह मौका ताड़कर ऐसे मकानों में हाथ साफ करता था।